सरकार चालू वित्त वर्ष में 30.43 लाख करोड़ रुपये का संशोधित कर संग्रह लक्ष्य (revised tax collection target) हासिल नहीं कर पाएगी। एक शीर्ष अधिकारी ने यह अंदेशा जताया।
अधिकारी ने कहा कि पिछले महीने पेश किए गए आम बजट 2023-24 के बजट अनुमानों के मुकाबले संशोधित अनुमान 10 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमानों (RE) के मुताबिक सकल कर राजस्व 30.43 लाख करोड़ रुपये रहेगा, जो 27.57 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से अधिक है।
प्रत्यक्ष कर (direct tax) मामलों के एक अधिकारी ने कहा, ”RE काफी अधिक था। हमें इसके कम रहने का अनुमान है। शुद्ध संग्रह (नेट कलेक्शन) 15-15.5 लाख करोड़ रुपये के बीच हो सकता है।”
चालू वित्त वर्ष (2022-23) में प्रत्यक्ष कर से राजस्व (जिसमें आय और कॉरपोरेट कर शामिल हैं) 2021-22 की तुलना में 17 प्रतिशत बढ़कर 16.50 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
अप्रत्यक्ष कर (indirect tax) मामलों के एक अन्य अधिकारी ने कहा, ”हमारा अनुमान है कि सीमा शुल्क में कमी होगी।” इस बार के आम बजट में भी सीमा शुल्क संग्रह के अनुमानों को घटाया गया है।