वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (Financial Stability and Development Council-FSDC) की बैठक में शामिल होंगी। इस दौरान वह वैश्विक और घरेलू चुनौतियों के बीच अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करेंगी।
सूत्रों ने बताया कि इस उच्चस्तरीय समिति की 27वीं बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास समेत वित्तीय क्षेत्र के सभी नियामक हिस्सा लेंगे। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 45 लाख करोड़ रुपये का बजट पारित होने के बाद FSDC की यह पहली बैठक होगी। इस बजट में 10,00,961 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ पूंजीगत व्यय पर अधिक जोर दिया गया है।
FSDC क्षेत्रीय नियामकों का शीर्ष निकाय है, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय वित्त मंत्री करती हैं। बैठक में मौजूदा वैश्विक और घरेलू आर्थिक हालात और वित्तीय स्थिरता के मुद्दों की समीक्षा की जाएगी। इस दौरान अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक की विफलता और क्रेडिट सुइस के सामने नकदी संकट के मद्देनजर बैंकिंग और एनबीएफसी क्षेत्र पर भी विचार किया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि परिषद समावेशी आर्थिक वृद्धि हासिल करने के लिए इससे पहले किए गए उपायों की समीक्षा भी करेगी। रिजर्व बैंक ने अपनी ताजा द्विमासिक नीतिगत समीक्षा में चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है।