facebookmetapixel
बॉन्ड यील्ड में आई मजबूती, अब लोन के लिए बैंकों की ओर लौट सकती हैं कंपनियां : SBIअगस्त में Equity MF में निवेश 22% घटकर ₹33,430 करोड़ पर आया, SIP इनफ्लो भी घटाचुनाव से पहले बिहार को बड़ी सौगात: ₹7,616 करोड़ के हाईवे और रेलवे प्रोजेक्ट्स मंजूरBYD के सीनियर अधिकारी करेंगे भारत का दौरा, देश में पकड़ मजबूत करने पर नजर90% डिविडेंड + ₹644 करोड़ के नए ऑर्डर: Navratna PSU के शेयरों में तेजी, जानें रिकॉर्ड डेट और अन्य डिटेल्समद्रास HC ने EPFO सर्कुलर रद्द किया, लाखों कर्मचारियों की पेंशन बढ़ने का रास्ता साफFY26 में भारत की GDP 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.9 फीसदी हो सकती है: FitchIncome Tax Refund: टैक्स रिफंड अटका हुआ है? बैंक अकाउंट वैलिडेशन करना तो नहीं भूल गए! जानें क्या करें2 साल के हाई पर पहुंची बॉन्ड यील्ड, एक्सपर्ट ने बताया- किन बॉन्ड में बन रहा निवेश का मौकाCBIC ने दी चेतावनी, GST के फायदों की अफवाहों में न फंसे व्यापारी…वरना हो सकता है नुकसान

EPFO: जनवरी में कम पैदा हुई नई नौकरियां, श्रम बाजार में मंदी

EPFO ने जनवरी 2024 में कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) के तहत नए मासिक ग्राहकों की संख्या दिसंबर 2023 के 840,584 की तुलना में लगभग 4 प्रतिशत घटकर 807,865 हो गई।

Last Updated- March 25, 2024 | 11:37 AM IST
EPFO: जनवरी में कम पैदा हुई नई नौकरियां, श्रम बाजार में मंदी, Fresh formal job creation slows down in January, shows EPFO data

सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले निकाय EPFO ने जनवरी में औपचारिक श्रम बाजार में मंदी का अनुभव किया। जनवरी महीने के दौरान कम नई नौकरियां पैदा हुईं।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा रविवार को जारी नवीनतम पेरोल डेटा के मुताबिक, जनवरी 2024 में कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) के तहत नए मासिक ग्राहकों की संख्या दिसंबर 2023 के 840,584 की तुलना में लगभग 4 प्रतिशत घटकर 807,865 हो गई।

पिछले साल जनवरी में 8,30,047 ग्राहक ईपीएफ से जुड़े थे। यह डेटा महत्वपूर्ण है क्योंकि केवल औपचारिक कार्यबल ही सामाजिक सुरक्षा लाभ प्राप्त करता है और श्रम कानूनों द्वारा संरक्षित है।

जनवरी में कुल 8,07,865 नए ईपीएफ ग्राहकों में से 18-28 आयु वर्ग के युवाओं की हिस्सेदारी भी जनवरी में थोड़ी कम होकर 66.4 प्रतिशत (536,442) हो गई, जो पिछले महीने में 67.17 प्रतिशत (564,630) थी। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि इस आयु वर्ग के ग्राहक आमतौर पर श्रम बाजार में पहली बार आते हैं, जो इसकी मजबूती को दर्शाता है।

Also read: IT: रोजगार कानून से छूट खत्म करने पर राजी नहीं

इस बीच, कुल नए ग्राहकों में महिलाओं की हिस्सेदारी पिछले महीने के 24.8 प्रतिशत (208,685) की तुलना में महीने के दौरान थोड़ा बढ़कर 25.32 प्रतिशत (204,569) हो गई।

वहीं दूसरी तरफ, शुद्ध पेरोल परिवर्धन (net payroll additions) जनवरी में 2.5 प्रतिशत बढ़कर 1.6 मिलियन हो गई। पिछले साल दिसंबर में यह 1.56 मिलियन थी। हालांकि, शुद्ध मासिक पेरोल संख्याएं अनंतिम हैं और उन्हें अक्सर अगले महीने तेजी से संशोधित किया जाता है। यही कारण है कि नए ईपीएफ ग्राहकों के आंकड़े में शुद्ध वृद्धि की तुलना में अधिक विश्वसनीयता है।

पेरोल आंकड़ों से पता चलता है कि लगभग 12.17 लाख सदस्य जो ईपीएफओ की योजनाओं से बाहर निकल गए थे, वे फिर से शामिल हो गए। इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदल ली और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए। इन्होंने अपने कोष को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना।

First Published - March 25, 2024 | 11:37 AM IST

संबंधित पोस्ट