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वृद्धि दर अनुमान के नीचे जाने का जोखिम नहीं: अजय सेठ

सरकार का पूंजीगत व्यय पिछले साल के मुकाबले अधिक रहेगा; ई-वे बिल और अन्य संकेतकों से आर्थिक स्थिरता के संकेत।

Last Updated- November 20, 2024 | 11:25 PM IST
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आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने बुधवार को कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि भले ही सितंबर तिमाही में धीमी हुई है, लेकिन कुल मिलाकर चालू वित्त वर्ष में 6.5 से 7.0 प्रतिशत की वृद्धि दर में ज्यादा गिरावट का जोखिम नहीं है। आर्थिक समीक्षा में चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 6.5 से 7.0 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

सरकार के पूंजीगत व्यय में चालू वित्त वर्ष के लक्ष्य 11.11 लाख करोड़ रुपये की तुलना कुछ कमी देखी जा सकती है। लेकिन पूंजीगत व्यय पिछले वित्त वर्ष के 9.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहेगा। सेठ ने फिक्की के कार्यक्रम में कहा, ‘आप कुछ अन्य संकेतकों को देखते हैं। विशेष रूप से मैं अक्टूबर में ई-वे बिल या ई-चालान के संदर्भ में देख रहा हूं।

वे एक अलग संख्या बताते हैं। इससे यह संकेत नहीं मिलता है कि वर्ष की शुरुआत में अनुमानित 6.5-7 प्रतिशत वृद्धि के अनुमान के नीचे जाने का कोई जोखिम है।’ वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून अवधि में देश की आर्थिक वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही है। हालांकि, यह पांच तिमाहियों में सबसे धीमी वृद्धि है, लेकिन इस वृद्धि के साथ भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। देश की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत रही थी।

First Published - November 20, 2024 | 11:25 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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