पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा की मंजूरी के लिए पेट्रोलियम मंत्रालय अगले महीने कैबिनेट में जाएगा।
पेट्रोलियम सचिव ने कहा कि यह सच है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट की वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मार्जिन मिलना शुरू हो गया है। लेकिन केरोसिन और द्रवीभूत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) की बिक्री पर अभी भी घाटा हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड को पेट्रोल पर 8.17 रुपये और डीजल पर 65 पैसे प्रति लीटर का लाभ हो रहा है, लेकिन दूसरी तरफ केरोसिन पर 21.54 रुपये प्रति लीटर और एलपीजी पर 330.28 रुपये प्रति सिलेंडर का घाटा हो रहा है।