फूड एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म जोमैटो का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में कई गुना बढ़कर 253 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में यह दो करोड़ रुपये था। तिमाही आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ 44.5 प्रतिशत तक बढ़ा है जो पिछली तिमाही में 175 करोड़ रुपये था।
पहली तिमाही में जोमैटो का परिचालन से राजस्व सालाना आधार पर 74 प्रतिशत बढ़कर 4,206 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने पिछली तिमाही में 19.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,562 का राजस्व दर्ज किया था। जून में समाप्त तिमाही में गुरुग्राम की इस फूड डिलिवरी कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 4,203 करोड़ रुपये हो गया जो पिछली तिमाही में 3,636 करोड़ रुपये और पिछले साल 2,612 करोड़ रुपये था।
पिछली कुछ तिमाहियों की तरह इस वृद्धि को जोमैटो के क्विक कॉमर्स कारोबार ब्लिंकइट से बढ़ावा मिला। फूड डिलिवरी कारोबार की तुलना में क्विक कॉमर्स कारोबार का सकल मूल्य ऑर्डर (जीओवी) और राजस्व तिमाही आधार पर 22 प्रतिशत से ज्यादा की दर से बढ़ा। फूड डिलिवरी कारोबार इन दोनों स्तरों पर 10 प्रतिशत से ज्यादा की दर से बढ़ा।
ब्लिंकइट बढ़ाएगी डार्क स्पॉट
जोमैटो के स्वामित्व वाली क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकइट कम अल्पकालिक मार्जिन के दम पर अपने विस्तार की होड़ जारी रखने की योजना बना रही है। ब्लिंकइट के मुख्य कार्याधिकारी अलबिंदर ढींडसा ने कहा कि इसका इरादा साल 2026 के अंत तक अपने डार्क स्टोरों की संख्या मौजूदा 639 से बढ़ाकर 2,000 करना है।
ढींडसा ने जोमैटो के जून तिमाही के परिणामों का ऐलान करते हुए शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा ‘अभी तक हम अपने मौजूदा कारोबार के मामले में लगभग 2,000 स्टोर तक पहुंचने की संभावना देख रहे हैं। इनमें से ज्यादातर स्टोर भारत के शीर्ष 10 शहरों में होंगे। बड़े शहरों से परे बाजार का आकार अभी भी ज्ञात नहीं है।’