Zepto की फूड डिलीवरी सर्विस Zepto Cafe ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ आदित पलिचा ने एक LinkedIn पोस्ट में बताया कि Zepto Cafe ने 100,000 ऑर्डर प्रति दिन का आंकड़ा पार कर लिया है। यह संख्या सिर्फ दो हफ्ते पहले तक 75,000 डेली ऑर्डर थी।
उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी का ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) 100 मिलियन डॉलर वार्षिक रन-रेट तक पहुंचने की ओर बढ़ रहा है। Zepto Cafe ऐप को दिसंबर 2024 में लॉन्च किया गया था।
पलिचा ने LinkedIn पर लिखा, “Zepto Cafe ने 100,000 ऑर्डर प्रति दिन पूरे कर लिए हैं। यह लगभग 100 मिलियन की वार्षिक GMV रन-रेट को छूने वाला है, और हमारी ग्रॉस मार्जिन लगभग 50% बनी हुई है।”
Zepto Cafe भले ही एक नया प्लेयर हो, लेकिन इसका मौजूदा स्केल भारत के कुछ अग्रणी क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (QSR) चेन के 10% से अधिक है। पलिचा ने कहा, “मुझे लगता है कि यह भारत की QSR इंडस्ट्री में एक क्रांति की शुरुआत है।”
जब Zepto Cafe को दिसंबर 2024 में एक अलग ऐप के रूप में लॉन्च किया गया था, तब इसे 30,000 ऑर्डर प्रति दिन मिले थे। लेकिन जनवरी 2025 में यह आंकड़ा 50,000 से ऊपर चला गया, जो 60% महीने-दर-महीने की ग्रोथ थी। इसके बाद, फरवरी के पहले 10 दिनों में, Zepto Cafe ने 75,000 ऑर्डर प्रति दिन का आंकड़ा छू लिया, जो 50% महीने-दर-महीने की ग्रोथ को दर्शाता है।
क्विक फूड डिलीवरी के बढ़ते ट्रेंड के बीच Zepto Cafe को Zomato के Blinkit’s Bistro और Swiggy के Bolt जैसी सर्विसेज से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है।
Swiggy ने अपनी वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के शेयरहोल्डर रिपोर्ट में बताया कि Bolt सर्विस, जो अक्टूबर 2024 में लॉन्च हुई थी, अब कंपनी की कुल फूड डिलीवरी वॉल्यूम में 9% का योगदान देती है। यह नवंबर 2024 के मुकाबले 5 प्रतिशत अंक की बढ़ोतरी है।
इसी तरह, हाइपरलोकल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Magicpin की Quick Food Delivery सर्विस, MagicNOW, अपने कुल फूड डिलीवरी ऑर्डर का लगभग 10% पूरा कर रही है। Magicpin के को-फाउंडर और सीईओ, अंशू शर्मा ने Business Standard से बातचीत में कहा, “हमने पाया कि जो ग्राहक MagicNOW से ऑर्डर करते हैं, वे ज्यादा संतुष्ट होते हैं और बार-बार ऑर्डर देते हैं।”
क्विक फूड डिलीवरी का उभार ऐसे समय में हो रहा है जब नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) और फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FHRAI) जैसी रेस्तरां एसोसिएशन ने Zomato और Swiggy पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
रेस्तरां संगठनों का कहना है कि ये फूड एग्रीगेटर कंपनियां कंज्यूमर डेटा को रोक रही हैं और अपने ब्रांडेड प्रोडक्ट्स लॉन्च कर रही हैं। साथ ही ये कंपनियां रेस्तरां पार्टनर्स के भरोसे को तोड़ रही हैं और अपने मार्केट डोमिनेंस का गलत इस्तेमाल कर रही हैं। लेकिन इन विवादों के बावजूद, क्विक फूड डिलीवरी का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है और इसमें बड़ी कंपनियां निवेश कर रही हैं।