सोनी इंडिया के साथ 10 अरब डॉलर का विलय सौदा रद्द होने के बाद ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट का रुख किया है । कंपनी ने अदालत से अपील की है कि वह सोनी इंडिया को पिछले साल अगस्त में एनसीएलटी द्वारा स्वीकृत विलय योजना लागू करने का निर्देश दे।
इसके साथ ही ज़ी ने सिंगापुर इंटरनैशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (एसआईएसी) के समक्ष मध्यस्थता कार्यवाही में कल्वर मैक्स और बांग्ला एंटरटेनमेंट (सोनी के स्वामित्व वाली) के दावों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू की है। फर्म ने बुधवार को स्टॉक एक्सचेंजों को यह जानकारी दी।
सोनी पिक्चर्स इंडिया के सौदा रद्द करने के नोटिस के जवाब में ज़ी ने विलय समझौते के तहत अपने दायित्वों के किसी भी उल्लंघन से इनकार किया और दोहराया कि कंपनी ने अच्छे भरोसे के साथ अपने सभी दायित्वों का पालन किया है।
ज़ी के बयान में कहा गया है कि कंपनी ने इस बात से इनकार किया है कि कल्वर मैक्स और बांग्ला एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (बीईपीएल) को विलय समझौता समाप्त करने का हक हैं और समाप्ति शुल्क का दावा कानूनी रूप से गलत है और इसका कोई आधार नहीं है।
ज़ी ने कहा कि कल्वर मैक्स और बीईपीएल राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट द्वारा स्वीकृत विलय योजना को प्रभावी बनाने और लागू करने के अपने दायित्वों में चूक कर रही हैं।
ज़ी ने सोनी इंडिया द्वारा मांगे गए नौ करोड़ डॉलर के सौदा समाप्ति शुल्क पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि कंपनी ने कल्वर मैक्स और बीईपीएल से समझौता समाप्ति को तुरंत वापस लेने का आह्वान किया है और कहा है कि वे राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट द्वारा स्वीकृत विलय योजना को प्रभावी बनाने और लागू करने के लिए अपने दायित्वों का पालन करने की पुष्टि करें। कंपनी ने इस संबंध में अपने सभी अधिकार सुरक्षित रखे हैं।
इस बीच सोनी इंडिया ज़ी के बिना ही अपनी योजनाओं के साथ पूरी ताकत से आगे बढ़ रही है। उसने कहा है कि वह भारत में आंतरिक और अधिग्रहण, दोनों ही तरह के विकास के अवसरों की तलाश कर रही है।
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी एनपी सिंह ने अपने 1,200 कर्मचारियों को सूचित किया है कि कंपनी नई प्रोग्रामिंग और नए अवसरों की तलाश के साथ आगे बढ़ेगी।