ज़ी एंटरटेनमेंट ने वॉल्ट डिज्नी को बताया है कि वह क्रिकेट टीवी अधिकारों के लिए 1.4 अरब डॉलर भुगतान के सौदे पर आगे नहीं बढ़ना चाहती है। इस मामले से अवगत दो अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
ज़ी ने अगस्त में भारतीय शेयर बाजारों को बताया था कि उसने चार साल (2024 से) के लिए इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल टीवी ब्रॉडकास्ट के विशेष अधिकार के लिए डिज्नी के साथ लाइसेंस समझौता किया, जबकि अमेरिकी कंपनी (वॉल्ट डिज्नी) के पास स्ट्रीमिंग अधिकार होंगे।
एक अधिकारी ने कहा, ‘डील खत्म हो गई है। ज़ी ने कह दिया है कि वह भुगतान की स्थिति में नहीं है। ज़ी ने अधिकारों को पूरी तरह से छोड़ दिया है।’ ज़ी ने इस बारे में पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दिया है। दो अधिकारियों ने नाम नहीं छापे जाने के अनुरोध पर कहा कि भारतीय कंपनी हाल के सप्ताहों में वॉल्ट डिज्नी को 20 करोड़ डॉलर का पहला भुगतान करने वाली थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाई। अब उसने वॉल्ट डिज्नी को बता दिया है कि वह सौदे पर आगे नहीं बढ़ रही है।
सूत्रों का कहना है कि इस सप्ताह सोनी के भारतीय व्यवसाय के साथ ज़ी का संभावित विलय समाप्त होने से डिज्नी के साथ ज़ी के टीवी अधिकार सौदे पर भी असर पड़ा। ज़ी को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उद्योग के जानकारों का कहना है कि सोनी के साथ विलय समाप्त होने से भारत के बेहद लोकप्रिय टीवी नेटवर्कों में से एक ज़ी पर नए भागीदारों को तलाशने का दबाव वढ़ रहा था।
सोनी के साथ समझौता टूटने से उसे अन्य नियामकीय, व्यावसायिक और वित्तीय चुनौतियों के अलावा बड़ी कानूनी लड़ाई का भी सामना करना पड़ रहा है। ज़ी का विज्ञापन राजस्व 2022-23 में घटकर 48.8 करोड़ डॉलर रह गया, जो पांच साल पहले करीब 60 करोड़ डॉलर था। आरक्षित नकदी भी इस दौरान 11.6 करोड़ डॉलर से घटकर 8.6 करोड़ डॉलर रह गई।