देश में निजी इक्विटी और उद्यम पूंजी (पीई/वीसी) की निकासी पिछले साल की तुलना में 36 प्रतिशत तक बढ़कर साल 2023 में 24.8 अरब डॉलर हो गई, जो पिछले साल 18.3 अरब डॉलर थी। एक हालिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
खुले बाजार से निकासी का कुल निकासी में 52 प्रतिशत हिस्सा है जो 12.8 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। तेजी के रुख वाले पूंजी बाजार की बदौलत पीई समर्थित प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए 2023 दूसरा सबसे अच्छा वर्ष रहा। ईवाई-आईवीसीए की रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाली कंपनियों की संख्या 30 हो गई, जबकि साल 2022 में यह संख्या 18 थी।
ऐसा तब हुआ, जब देश में पीई/वीसी निवेश पिछले साल की तुलना में 11 प्रतिशत कम हो गया। साल 2022 के दौरान 1,273 सौदों में कुल 56.1 अरब डॉलर का निवेश किया गया था, जबकि साल 2023 के दौरान 853 सौदों में 49.8 अरब डॉलर का ही निवेश किया गया। मुख्य रूप से सौदों की मात्रा में 33 प्रतिशत की गिरावट के कारण ऐसा हुआ। इसके अलावा वर्ष के दौरान भारतीय स्टार्टअप कंपनियों के निवेश में भी 50 प्रतिशत की गिरावट आई।
ईवाई इंडिया की प्राइवेट इक्विटी सर्विसेज में पार्टनर और नैशनल लीडर विवेक सोनी ने कहा कि संपूर्ण पीई/वीसी निवेश में गिरावट दिखने के बावजूद रियल एसेट समर्थित बुनियादी ढांचे और रियल एस्टेट क्षेत्रों जैसे कुछ क्षेत्रों में खासा इजाफा नजर आया है। इसी तरह जहां ई-कॉमर्स क्षेत्र को फंडिंग में कमी का सामना करना पड़ा, वहीं स्वास्थ्य सेवा और वित्तीय सेवाओं जैसे अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण गतिविधि देखी गई।