Wipro Q4FY24 Results: आईटी सेवा प्रदाता विप्रो का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 2,835 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले करीब 8 प्रतिशत कम, लेकिन तिमाही आधार पर 5.2 प्रतिशत तक अधिक है। यह वित्तीय परिणाम ब्लूमबर्ग द्वारा जताए गए 2,771 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक है।
मार्च तिमाही में राजस्व एक साल पहले की अवधि से 4.2 प्रतिशत घटकर 22,208 करोड़ रुपये रहा, जो ब्लूमबर्ग के अनुमान (22,228 करोड़ रुपये) के लगभग अनुरूप है। तिमाही आधार पर राजस्व वृद्धि सपाट बनी रही, क्योंकि गैर-जरूरी खर्च कम ही रहा।
विप्रो ने आईटी सेवा व्यवसाय खंड से राजस्व 2.62 अरब डॉलर से 2.680 अरब डॉलर के दायरे में रहने का अनुमान जताया, जो स्थिर मुद्रा संदर्भ में -1.5 प्रतिशत से +0.5 प्रतिशत का तिमाही अनुमान है।
यह ध्यान दिए जाने की बात है कि जहां विप्रो ने आगामी तिमाही के लिए अनुमान जताया है, वहीं इन्फोसिस और एचसीएलटेक ने पूरे वर्ष के लिए अनुमान जारी किए हैं। एक दिन पहले अपने नतीजे घोषित करने वाली इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2025 के लिए स्थिर मुद्रा के संदर्भ में 1-3 प्रतिशत का राजस्व वृद्धि अनुमान जताया है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अभी अपना गाइडेंस जारी नहीं किया है। डॉलर संदर्भ में आईटी सेवा राजस्व सालाना आधार पर 6.6 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 0.3 प्रतिशत घटकर 2.66 अरब डॉलर रह गया।
विप्रो के नवनियुक्त मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक श्रीनी पल्लिया ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024 हमारे उद्योग के लिए चुनौतीपूर्ण वर्ष साबित होगा और वृहद आर्थिक परिवेश अनिश्चित बना हुआ है। हालांकि मैं आगामी अवसरों को लेकर आशान्वित हूं। हम व्यापक तकनीकी बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। एआई हमारे ग्राहकों की जरूरतों में बड़ा बदलाव ला रही है।’ उन्होंने कहा कि विप्रो डेलापोर्ट के कार्यकाल में किए गए संगठनात्मक बदलावों पर अमल बरकरार रखेगी और फिलहाल कोई बड़ा बदलाव करने की उसकी योजना नहीं है।
चौथी तिमाही में परिचालन मार्जिन बढ़कर 16.4 प्रतिशत हो गया, जो तीसरी तिमाही में 16 प्रतिशत और एक साल पहले 16.3 प्रतिशत था।
वर्टिकलों के संदर्भ में, बीएफएसआई और कंज्यूमर का योगदान कुल राजस्व में 50 प्रतिशत से ज्यादा रहा। हालांकि स्थिर मुद्रा के संदर्भ में बीएफएसआई का योगदान सालाना आधार पर 9.4 प्रतिशत और कंज्यूमर सेगमेंट का 7.4 प्रतिशत घटा।