बेंगलूरु की आईटी सेवा प्रदाता विप्रो ने आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (एआई)-फर्स्ट इनोवेशन इकोसिस्टम ‘विप्रो एआई360’ पेश किया है, जिसका मकसद एआई को हरेक प्लेटफॉर्म, टूल, और सॉल्युशन में शामिल करना है।
विप्रो एआई360 की पेशकश के अलावा, कंपनी ने अगले तीन साल के दौरान एआई क्षमताओं को उन्नत बनाने के लिए 1 अरब डॉलर निवेश करने की भी प्रतिबद्धता जताई है। कंपनी ने कहा है कि एआई इस्तेमाल के जरिये इस नए निवेश से समर्थित विप्रो एआई360 से उत्पादकता, और वाणिज्यिक अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।
विप्रो के मुख्य कार्याधिकारी (CEO) एवं प्रबंध निदेशक (MD) थिएरी डेलापोर्टे ने कहा, ‘AI तेजी से फल-फूल रहा क्षेत्र है। खासकर जेनरेटिव एआई के विकास के साथ, हमें सभी उद्योगों के लिए बुनियादी आधार में बड़ा बदलाव आने की संभावना है। नए बिजनेस मॉडल, कामकाज के नए तरीके, और नई चुनौतियां भी इसमें शामिल हैं। यही वजह है कि विप्रो का एआई 360 इकोसिस्टम एआई परिचालन को हमारे सभी एआई संबंधित कार्यों के मध्य में रखता है। यह हमारी प्रतिभाओं को सशक्त बनाने और सभी परिचालन तथा प्रक्रियाओं के साथ साथ हमारे समाधान ग्राहकों को सभी जगह सुलभ कराने में सक्षम बनाता है। हम एआई-केंद्रित भविष्य के लिए तैयार हैं।’
विप्रो का इनोवेशन हब लैब-45 इस विप्रो एआई360 तंत्र का मुख्य हिस्सा होगा, जो ग्राहकों को प्रतिभा, प्रशिक्षण के साथ साथ शोध एवं एआई चयन में तेजी लाने के लिए जरूरी नवाचार सुविधाएं मुहैया कराएगा। कंपनी द्वारा एक अरब डॉलर के निवेश से उसकी एआई, डेटा और एनालिटिक्स क्षमताओं, आरऐंडडी और प्लेटफॉर्मों को अत्याधुनिक बनाने, फुलस्ट्राइड क्लाउड में तेजी लाने और ग्राहकों को बदलाव के अनुकूल ढलने में मदद के लिए नई परामर्श क्षमताएं तैयार करने में मदद मिलेगी।
विप्रो अपनी विप्रो वेंचर्स के जरिये आधुनिक स्टार्टअप में निवेश भी बढ़ाएगी। इसके अलावा, कंपनी जेनएआई सीड एक्सलरेटर प्रोग्राम पेश करेगी, जो कुछ चुने गए जेनएआई-केंद्रित स्टार्टअप को जरूरी प्रशिक्षण मुहैया कराएगा।
इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कंपनी अगले 12 महीनों के दौरान एआई और उसके जवाबदेह इस्तेमाल के बारे में सभी 250,000 कर्मियों को प्रशिक्षण मुहैया कराएगी। इसके अलावा एआई-केंद्रित जिम्मेदारियों से जुड़े कर्मियों को मौजूदा प्रशिक्षण को ज्यादा अनुकूल बनाया जाएगा।
एआई में निवेश करने वाली विप्रो अकेली कंपनी नहीं है।
वैश्विक आईटी दिग्गज एक्सेंचर ने पिछले महीने अपनी डेटा और एआई कार्य प्रणाली पर तीन साल में 3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी। कंपनी ने खासकर भारत के लिए निवेश की मात्रा का खुलासा नहीं किया है, लेकिन यह देश 300,000 कर्मियों से ज्यादा के साथ उसके सबसे बड़े डिलिवरी केंद्रों में से एक है।