भारत का उद्यम ऋण यानी वेंचर डेट बाजार साल 2018 से 2024 के दौरान 58 प्रतिशत की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ा और 1.23 अरब डॉलर तक पहुंच गया। हालांकि पिछले साल की तुलना में इस श्रेणी में वृद्धि स्थिर रही है। किर्नी के सहयोग से स्ट्राइड वेंचर्स ने यह रिपोर्ट तैयार की है।
सौदों की संख्या भी पिछले साल बढ़कर 238 हो गई है जबकि साल 2018 में यह संख्या महज 56 थी। साल 2023 में भारत में वेंचर डेट 1.2 अरब डॉलर के स्तर पर था जो सालाना आधार पर 2.5 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। भारत का वेंचर कैपिटल बाजार साल 2024 में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 12 अरब डॉलर के स्तर पहुंच गया।
‘ग्लोबल वेंचर डेट रिपोर्ट’ शीर्षक वाली रिपोर्ट के चौथे संस्करण में बताया गया है कि वेंचर डेट बाजार अब परिपक्व हो रहा है। इसमें 39 प्रतिशत हितधारकों ने लगातार बड़ी वृद्धि का पूर्वानुमान जताया है। निकासी के रुझान से भी यह बात साफ होती है। भारत के वेंचर क्षेत्र में निकासी साल 2023 में 1.7 गुना बढ़कर 6.6 अरब डॉलर हो गई जिसमें से 55 प्रतिशत निकासी सार्वजनिक बाजार बिक्री से आई। वेंचर डेट समर्थित स्टार्टअप कंपनियों ने साल 2024 में 8.12 करोड़ डॉलर की औसत इक्विटी फंडिंग जुटाई।