मौसम के बदलते मिजाज ने रोजमर्रा के इस्तेमाल की वस्तुएं (एफएमसीजी), एयर कंडीशनर और कॉस्मेटिक्स बनाने वाली कंपनियों की चुनौतियां बढ़ा दी है। गर्मी का मौसम इन कंपनियों के लिए कारोबार के लिए काफी मायने रखता है क्योंकि इस दौरान तापमान बढ़ने साथ-साथ इन कंपनियों बिक्री में जबरदस्त इजाफा होता है। आम तौर पर अप्रैल से शुरू होकर जून तक चलने वाले गर्मी के मौसम में शीतल पेय, आइसक्रीम, एयर कंडीशनर एवं ठंडक प्रदान करने वाले अन्य खाद्य एवं गैर-खाद्य उत्पादों की सबसे अधिक बिक्री होती है। मगर इस साल मॉनसून की दस्तक जल्द होने और उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के कारण इन उत्पादों की बिक्री उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है।
गोदरेज एंटरप्राइजेज के कारोबार प्रमुख एवं कार्यकारी उपाध्यक्ष (अप्लायंसेज कारोबार) कमल नंदी ने कहा, ‘हमने गर्मी की शुरुआत होने के साथ ही फरवरी से अप्रैल तक एयर कंडीशनर की बिक्री में उछाल दर्ज की है लेकिन बेमौसम बारिश ने सारा मजा किरकिरा कर दिया। उद्योग की कुल बिक्री में 20 से 25 फीसदी की गिरावट आई है जो मई के पहले पखवाड़े का प्रभाव हो सकता है।’ कंपनी ने उत्पादन में भी कमी की है ताकि डीलरों के पास स्टॉक अधिक न होने पाए।
ब्लूस्टार के प्रबंध निदेशक बी. त्यागराजन ने कहा, ‘हमने पिछले साल पहली तिमाही में 51 फीसदी की वृद्धि दर्ज की थी। इस बार 20 से 25 फीसदी की उम्मीद थी लेकिन मौसमी कारणों से बाजार में 20 लाख अतिरिक्त एयर कंडीशनर मौजूद हैं क्योंकि डीलरों ने कमी की आशंका से अधिक खरीदारी कर ली थी। इस तिमाही में हमें 25 से 30 फीसदी कम वृद्धि की उम्मीद है।’
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 27 मई, 2025 को केरल में पहुंचने की संभावना है जो सामान्य शुरुआत से पहले है। मॉनसून से पहले की बारिश ने इस सप्ताह चेन्नई, बेंगलूरु और मुंबई में पहले ही दस्तक दे चुकी है। दिल्ली-एनसीआर और चंडीगढ़ में सुपरमार्केट श्रृंखला मॉडर्न बाजार में कार्बोनेटेड पेय, एनर्जी ड्रिंक और यहां तक कि बोतलबंद पानी की बिक्री में भी पिछले महीने 15 से 20 फीसदी की कमी दर्ज की गई। बेमौसम बारिश के कारण तापमान गिरने से बिक्री प्रभावित हुई है।
एक कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक के बॉटलर ने अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘पहली तिमाही हमारे लिए काफी अच्छी थी क्योंकि उस दौरान गर्मी की शुरुआत हो रही थी। इसलिए फरवरी से ही बिक्री में तेजी आने लगी थी। मगर अप्रैल के आखिरी सप्ताह में उत्तरी क्षेत्र में बेमौसम बारिश होने के कारण बिक्री कम होने लगी।’ उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए उत्पाद में 10 फीसदी की कटौती की गई है।
आइसक्रीम और मिल्क शेक एवं छाछ जैसे डेयरी उत्पादों की बिक्री में भी अचानक गिरावट देखी जा रही है। मदर डेरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंदलिश ने कहा, ‘हालांकि महीना अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन हमें लगता है कि बिक्री उम्मीद से 10 फीसदी कम रहेगी। हमारे लिहाज से सफल सीजन में तापमान लगातार 40 डिग्री से अधिक होना चाहिए, मगर बारिश ने सारा मजा किरकिरा कर दिया है।’
भारत में बास्किन रॉबिन्स का संचालन करने वाले ग्रैविस फूड्स के मुख्य कार्याधिकारी मोहित खट्टर ने कहा, ‘मई से आगे बढ़ना मुश्किल रहा है और ऐसा लगता है कि हम मॉनसून के बीच में हैं। इससे न केवल उपभोक्ता बल्कि व्यापार भी प्रभावित हो रहा है।’
सनस्क्रीन विनिर्माताओं की बिक्री भी सुस्ती दिख रही है। एक कॉस्मेटिक्स फर्म के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘लोगों को लगता है कि अगर बाहर बादल छाए हुए हैं तो उन्हें धूप से सुरक्षा की जरूरत नहीं है। इससे हमारी बिक्री में भारी गिरावट दिख रही है।’