कुमार मंगलम बिड़ला केसोराम इंडस्ट्रीज का सीमेंट कारोबार हासिल करने की तैयारी में है, जो उनके दिवंगत दादा बीके बिड़ला के कारोबारी साम्राज्य की बेशकीमती संपत्ति है। अलग-अलग घोषणाओं में केसोराम और अल्ट्राटेक सीमेंट ने पूरी तरह से शेयरों पर आधारित सौदे खुलासा किया, जिसके तहत बीके बिड़ला कंपनी अपने सीमेंट कारोबार को भारत की सबसे बड़ी सीमेंट उत्पादक कंपनी को देगी।
अल्ट्राटेक ने कहा कि केसोराम ने अपना सीमेंट कारोबार अलग करने का फैसला किया है और इसी के संबंध में अल्ट्राटेक सीमेंट से संपर्क किया है। उसने कहा अल्ट्राटेक के निदेशक मंडल ने आज (गुरुवार) को हुई अपनी बैठक में केसोराम के प्रस्ताव पर विचार किया तथा केसोराम, कंपनी और उनसे संबंधित शेयरधारकों तथा लेनदारों के बीच एक व्यवस्था योजना को मंजूरी दी।
केसोराम का नेतृत्व बीके बिड़ला की बेटी मंजूश्री खेतान करती हैं। साल 2018 में अल्ट्राटेक ने इसी तरह के शेयरों की अदला-बदली वाले सौदे में बीके बिड़ला की फर्म सेंचुरी टेक्सटाइल्स के सीमेंट कारोबार का अधिग्रहण किया था। सीमेंट क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने अपने बयान में कहा कि इस योजना के तहत केसोराम अपना सीमेंट कारोबार अल्ट्राटेक में अलग कर देगी। यह सौदा 7,600 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर किया जा रहा है।
कारोबार अलग करने की इस योजना के तहत अल्ट्राटेक, केसोराम के 10 रुपये के अंकित मूल्य वाले प्रत्येक 52 इक्विटी शेयरों के लिए 10 रुपये अंकित मूल्य वाला एक इक्विटी शेयर जारी करेगी। यह सौदा केसोराम के 173 रुपये प्रति शेयर पर हुआ, जो आज के बीएसई के बंद भाव के मुकाबले 24 फीसदी ज्यादा है।
केसोराम के सीमेंट कारोबार में सेडम (कर्नाटक) और बसंतनगर (तेलंगाना) की एकीकृत दो सीमेंट यूनिट है, जिसकी कुल क्षमता 1.075 करोड़ टन सालाना है। इस क्षमता में से 85 लाख टन क्लिंकर आधारित है जबकि 22.5 लाख टन सरप्लस ग्राइंडिंग क्षमता है। सीमेंट कारोबार में सोलापुर का 6.6 लाख टन पेकिंग प्लांट शामिल है।
सेंट्रम ब्रोकिंग के विश्लेषक मंगेश भाडंग ने कहा, यह अल्ट्राटेक को दक्षिण भारत के बाजारोंमसलन तेलंगाना में पहुंचने मे मदद करेगा, जहां अल्ट्राटेक का कोई विनिर्माण संयंत्र नहीं है। हमारा मानना है कि अल्ट्राटेक अब केसोराम के परिचालन को अल्ट्राटेक के मानक के हिसाब से छह से नौ महीने में ले आएगी।
अल्ट्राटेक ने कहा, यह सौदा हमें उच्च प्रतिस्पर्धा व तेज गति से बढ़ने वाले पश्चिम व दक्षिण के बाजारों तक ले जाने का मौका देगा। यह सौदा शेयरधारकों, लेनदारों और एनसीएलटी, सीसीआई समेत नियामकीय मंजूरी पर निर्भर करेगा। यह 9 से 12 महीने में पूरा होने की उम्मीद है। 31 मार्च 2023 में केसोराम का सीमेंट कारोबार 3,517.45 करोड़ रुपये का था।