भारत की सबसे बड़ी सीमेंट बनाने वाली कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट ने जून तिमाही में उम्मीद से कम प्रदर्शन किया है। कंपनी को इस तिमाही में 1696 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है, जो पिछले साल की इसी तिमाही के 1688 करोड़ रुपये के मुकाबले थोड़ा ही ज्यादा है। कंपनी की कुल आय में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जो अब 18069 करोड़ रुपये हो गई है।
ब्लूमबर्ग के एक सर्वे में 13 विश्लेषकों ने कंपनी की आय 18354 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 1820 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था, लेकिन कंपनी इन आंकड़ों से पीछे रही।
अगर पिछली तिमाही से तुलना करें तो अल्ट्राटेक का मुनाफा 25 प्रतिशत कम हुआ है। कंपनी का कहना है कि उसका लाभ (ब्याज, मूल्यह्रास और टैक्स से पहले) 3205 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के 3223 करोड़ रुपये के करीब है। कंपनी ने कहा कि घरेलू बाजार में सीमेंट की बिक्री पिछले साल की तुलना में 6 प्रतिशत बढ़ी है।
कंपनी का कहना है कि इस दौरान ऊर्जा की लागत में सालाना आधार पर 17 प्रतिशत की कमी आई है, जो मुख्य रूप से ईंधन की कीमतों में कमी के कारण हुई है। कंपनी ने कहा कि कच्चे माल की लागत में मामूली बढ़ोतरी हुई है, जो फ्लाई ऐश और स्लैग की कीमत बढ़ने के कारण हुई है।
अल्ट्राटेक ने अपनी क्षमता को बढ़ाकर लगभग 200 मिलियन टन करने के उद्देश्य से कई चरणों में विस्तार किया है। इन योजनाबद्ध विस्तारों पर अपडेट देते हुए कंपनी ने कहा कि उसने तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में 8.7 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) की अतिरिक्त कैपेसिटी जोड़ी है।
अल्ट्राटेक ने कहा कि जून में घोषित 22.6 MTPA के दूसरे चरण की नई कैपेसिटी के लिए कमर्शियल प्रोडक्शन इस वित्तीय वर्ष और अगले वित्तीय वर्ष में चरणबद्ध तरीके से शुरू होने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि अक्टूबर में घोषित तीसरे चरण के विस्तार के लिए प्रमुख टेक्नोलॉजी सप्लायर्स को बड़े ऑर्डर दे दिए गए हैं और कुछ स्थानों पर सिविल कार्य भी शुरू हो गया है।