टैक्सी एग्रीगेटर कंपनी उबर खानपान की सामग्री पहुंचाने वाली जोमैटो में अपनी समूची 7.8 फीसदी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उबर ने जनवरी 2020 में नकदरहित सौदे में यह हिस्सेदारी हासिल की थी। तब इस सौदे की कीमत 1,376 करोड़ रुपये थी।
जानकारी के मुताबिक जोमैटो के 61.2 करोड़ शेयर 48 से 54 रुपये प्रति शेयर भाव पर बेचे जाएंगे। अगर 48 रुपये का भाव मिला तो भी उबर को शेयर बेचने से 2,939 करोड़ रुपये हासिल हो सकते हैं। भाव 54 रुपये रहा तो कंपनी को 3,305 करोड़ रुपये मिल सकते हैं। जोमैटो का शेयर आज 20 फीसदी चढ़कर 55.60 रुपये पर बंद हुआ। सौदे की योजना में विक्रेता के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है मगर इसके तहत जितने शेयर बेचे जा रहे हैं, उतने शेयर उबर के पास ही हैं। इस बारे में जानकारी के लिए उबर के प्रवक्ता को ईमेल किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
उबर को जौमेटो में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर 2.14 गुना से 2.4 गुना का फायदा हो सकता है। कंपनी ने जोमैटो में हिस्सेदारी बेचने का निर्णय जोमैटो के आईपीओ के बाद एक साल की लॉक-इन अवधि खत्म होने पर किया है। बोफा सिक्योरिटीज इस शेयर बिक्री में निवेश बैंकर की भूमिका निभा रही है।
लॉक-इन अवधि खत्म होने के बाद से जोमैटो के शेयर में भारी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। पिछले हफ्ते इसका शेयर 40.60 रुपये के सबसे निचले स्तर पर आ गया था और उसके बाद से यह 35 फीसदी चढ़ चुका है। बाजार भागीदारों का कहना है कि बुधवार को थोक बिक्री के बाद जोमैटो के शेयर पर दबाव फिर बढ़ सकता है।
इस समय जोमैटो का शेयर अपने निर्गम मूल्य 76 रुपये से 26 फीसदी नीचे चल रहा है। सूचीबद्ध होने के बाद शेयर दोगुना होकर 169 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। उबर के अलावा जोमैटो में चीन की अलीपे के पास 7.1 फीसदी और एंटफिन के पास 6.99 फीसदी हिस्सेदारी है। इन्फोएज के पास 15.17 फीसदी, टाइगर ग्लोबल के इंटरनेट फंड के पास 5.11 फीसदी और सिकोया कैपिटल के पास 5.1 फीसदी हिस्सेदारी है।