दिल्ली हवाई अड्डे के पास एक मल्टी मोडल परिवहन केंद्र बनाने की योजना बनाई जा रही है। दिल्ली सरकार और विमानन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि एरोसिटी के पास करीब 3.5 एकड़ में फैले इस परिवहन केंद्र में बस, मेट्रो और हवाई सेवाओं के लिए एकीकृत सुविधा रहेगी।
उन्होंने बताया कि इस यहां बनने वाले नए आईएसबीटी (अंतरराज्यीय बस टर्मिनल) की लागत दिल्ली सरकार वहन कर सकती है और इसे दिल्ली शहर के मास्टर प्लान के अनुसार विकसित करने की संभावना है।
हालांकि, आईएसबीटी पर बनने वाले रेस्तरां, दुकानें, शौचालय, लॉकर का रखरखाव दिल्ली इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) करेगी। यह प्रस्तावित परिवहन केंद्र एरोसिटी मेट्रो स्टेशन के ठीक सामने बनाया जाएगा।
दिल्ली सरकार के सूत्रों ने कहा कि परियोजना की लागत अभी तय नहीं की गई है क्योंकि यह शुरुआती चरण में है। जीएमआर समूह के नेतृत्व वाली डायल ने बुधवार को घोषणा की थी कि वह यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए इस तरह के एक परिवहन केंद्र को स्थापित करने की योजना बना रही है।
डायल ने बयान में कहा, ‘एरोसिटी के पास अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी), दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के नए 4 लाइन चरण, प्रस्तावित पैसेंजर ट्रांसपोर्ट सेंटर (पीटीसी) और प्रस्तावित रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) स्टेशनों से जुड़ा होगा। साथ ही इसमें ऑटोमेटेड पैसेंजर मूवर (एपीएम) स्टेशन भी शामिल है।’
फिलहाल दिल्ली हवाई अड्डे के पास इन अंतरराज्यीय बसों को खड़ा करने की कोई सही जगह नहीं है। बयान में कहा गया है, ‘इसलिए इस प्रस्तावित योजना से आसपास के शहरों से आने वाले सभी यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पकड़ने में काफी सहूलियत होगी।’
प्रस्तावित एयरपोर्ट आईएसबीटी पर हवाई अड्डों के तरह ही यात्री सुविधाएं रहेंगी। वहां पर खान-पान की दुकानें, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन, एक जगह से दूसरे जगह जाने की सुविधा, आरामदायक प्रतीक्षा स्थल, वेटिंग हॉल, एंबियंस, व्यापार केंद्र, इंटरनेट/वाई-फाई की सुविधा और स्मारिका आदि की भी दुकानें रहेंगी।
उल्लेखनीय है कि पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड से सरकारी या निजी बसों से दिल्ली हवाई अड्डा आने वाले यात्री यहां उतर सकेंगे और फिर यहां एपीएम या दिल्ली मेट्रो का उपयोग कर विमान पकड़ने के लिए निर्धारित टर्मिनल जा सकेंगे।
फिलहाल दिल्ली हवाईअड्डे पर उतरने वाले यात्रियों को इन राज्यों में कहीं जाने के लिए बस लेना होता है, जो आईएसबीटी कश्मीरी गेट या आनंद विहार से मिलती है। या फिर यात्री ट्रेन से जाते हैं।
एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम के अनुसार दिल्ली हवाईअड्डे से हर सप्ताह 8,374 विमानों का संचालन होता है। बयान में कहा गया है कि आईएसबीटी से करीब 50 बसें संचालित होंगी और इसे एक उपयुक्त मॉडल के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा। डिजाइन तैयार होने के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा।