प्राइवेट इक्विटी दिग्गज TPG ने सोमवार को श्रीराम फाइनैंस की पूरी 2.65 फीसदी हिस्सेदारी ब्लॉक डील के जरिए बेच दी और करीब 1,400 करोड़ रुपये जुटाए। इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
श्रीराम फाइनैंस का बाजार पूंजीकरण 54,653 करोड़ रुपये है और कंपनी का शेयर 1,458 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। TPG के अलावा पीरामल समूह भी निकट भविष्य में कंपनी की 8.3 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकता है। हालांकि श्रीराम समूह के बीमा उद्यम में TPG अपनी हिस्सेदारी बनाए हुए है।
श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनैंस कंपनी लिमिटेड और श्रीराम सिटी यूनियन फाइनैंस के साथ विलय के बाद श्रीराम फाइनैंस पिछले साल देश का सबसे बड़ा गैर-बैंक ऋणदाता बन गया, जो छोटे कारोबारों को कर्ज देता है और होम लोन भी मुहैया कराता है।
इस विलय से श्रीराम फाइनैंस विशाखित कंपनी बन गई, जिसका 30 सितंबर 2022 को कुल नेटवर्थ 36,156 करोड़ रुपये और प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (AUM) 1,71,366 करोड़ रुपये थी। कंपनी स्वनियोजित व एमएसएमई को उधार देने पर ध्यान केंद्रित करती है।
TPG और पीरामल ने विलय के बाद श्रीराम फाइनैंस की हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। श्रीराम फाइनैंस के चेन्नई के प्रवर्तकों के पास कंपनी की 25 फीसदी हिस्सेदारी है और पीरामल समूह के पास 8.3 फीसदी हिस्सा है। कंपनी के रोजाना के परिचालन का प्रबंधन कार्यकारी वाइस चेयरमैन उमेश रेवणकर करते हैं, जो श्रीराम समूह के साथ 35 से ज्यादा वर्षों से जुड़े हुए हैं।
विलय के तहत श्रीराम सिटी यूनियन फाइनैंस और श्रीराम कैपिटल लिमिटेड का एकीकरण एसटीएफसीएल के साथ कर दिया गया। इसके परिणामस्वरूप एसटीएफसीएल श्रीराम फाइनैंस लिमिटेड बन गई। इस वजह से श्रीराम फाइनैंस AUM के आकार के लिहाज से देश की सबसे बड़ी NBFC बन गई।