चीन का प्रौद्योगिकी समूह टेनसेंट वॉलमार्ट के नेतृत्व वाली ई-कॉमर्स फर्म फ्लिपकार्ट में 6.28 करोड़ डॉलर का निवेश करने जा रहा है। बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म पेपर वीसी की रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है।
यह निवेश ऐसे समय में किया जा रहा है जब भारत-चीन के बीच तनाव चल रहा है और सरकार ने चीन के कई ऐप पर देश में पाबंदी लगा दी है। इसके साथ ही चीन से आने वाले निवेश के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नियमों में भी बदलाव किया गया है। वॉलमार्ट ने जुलाई 2020 में फ्लिपकार्ट में 1.2 अरब डॉलर निवेश करने की घोषणा की थी कि लेकिन टेनसेंट के निवेश के बारे में अभी कोई घोषणा नहीं की गई है।
पेपर वीसी के अनुसार, ‘वॉलमार्ट और अन्य शेयरधारकों द्वारा इस बड़े निवेश के चरण में टेनसेंट का निवेश भी शामिल होने की संभावना है।’
पेपर वीसी ने कहा कि वॉलमार्ट ने 2018 में जिस सिंगापुर होल्डिंग कंपनी का अधिग्रहण कर रही थी, उसमें टेनसेंट अल्पांश हिस्सेदार है। इसमें टेनसेंट के अलावा टाइगर ग्लोबल, एस्सेल, फ्लिपकार्ट के पूर्व सीईओ बिन्नी बंसल, माइक्रोसॉफ्ट और सिंगापुर जीआईसी की अल्पांश हिस्सेदारी है। पेपर वीसी ने कहा, ‘हमारे गणित के हिसाब से टेनसेंट के पास 4 से 5.3 फीसदी हिस्सेदारी होगी।’
इस बारे में पुष्टि के लिए फ्लिपकार्ट से संपर्क किया गया लेकिन उसका जवाब नहीं आया।
टेनसेंट ने घोषणा की थी कि वह सिंगापुर में क्षेत्रीय हब खोल रही है। हालिया खबरों के अनुसार टेनसेंट भारतीय गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम 11 में भी अपनी आंशिक या पूरी हिस्सेदारी बेच सकती है।
विशेषज्ञों ने कहा कि यह निवेश पोर्टफोलियो और निवेश पुनर्गठन रणनीति का हिस्सा है, जिसे टेनसेंट ने भारतीयस नियमन से बचने के लिए अपनाया है। भारत सरकार ने भारतीय कंपनियों का अवसरवादी अधिग्रहण पर रोक लगाने के उपाय किए हैं।
डेलसे वीटा ट्रस्टीज में कॉर्पोरेट कॉमर्शियल वकील और ट्रांजेक्शन एडवाइजरी पार्टनर सुमित कोछड़ ने कहा, ‘इस रचनात्मक ढांचे से भारत सरकार को पाबंदियों पर पुनर्विचार करना होगा। टेनसेंट ने इस ढांचे को इस सोच के साथ बनाया है कि सिंगापुर होल्डिंग से चीजें आसान हो जाएंगी।’
सीमा पर चीन के साथ विवाद के बीच भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर चीन की कंपनियों के कई ऐप पर पाबंदी लगा दी है। इनमें टेनसेंट का लोकप्रिय गेमिंग ऐप पबजी भी शामिल है।
लेकिन कोछड़ का कहना है कि भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी में टेनसेंट की निवेश रणनीति पबजी सहित अन्य स्टार्टअप में निवेश की तुलना में कहीं ज्यादा सुदृढ़ होगी।
अन्य विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार द्वारा हाल में घोषित प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नियम नए निवेश पर लागू होंगे। टेकलेगिस एडवोकेट्स ऐंड सोलिसिटर्स में मैनेजिंग पार्टनर सलमान वारिस ने कहा, ‘सरकार ने चीन या चीनी निवेशकों के साथ जारी निवेश सौदे के लिए अपवाद रखा है और उसे एक तय समयसीमा में पूरा करने की अनुमति दी है।’ उन्होंने कहा कि टेनसेंट द्वारा फ्लिपकार्ट में यह निवेश अप्रत्यक्ष तरीके का प्रतीत हो रहा है और यह टेनसेंट की सिंगापुर इकाई के जरिये किया जा सकता है।
अगस्त में अलीबाबा समूह की कंपनी आंट ग्रुप ने कहा था कि हॉन्ग कॉन्ग स्टॉक एक्सचेंज में जमा कराए गए आईपीओ दस्तावेज में कहा था कि भारत में नए नियमन से जोमैटो में उसके अतिरिक्त निवेश के समय पर विचार किया जाएगा।
टेनसेंट पर अमेरिका में भी दबाव बढ़ रहा अहै। 6 अगस्त को अमेरिकी सरकार ने टेनसेंट की बहुउद्देश्यीय मेसेजिंग ऐप वीचैट पर पाबंदी लगा दी थी। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा था कि इस ऐप्लिकेशन के द्वारा जुटाए गए डेटा का इस्तेमारल चीन की सरकार करती है और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।