स्वास्थ्स सेवा क्षेत्र में बड़ा सौदा करते हुए सिंगापुर की प्रमुख निजी इक्विटी फर्म टेमासेक होल्डिंग्स ने मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा ली है। टेमासेक ने 40,000 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर मणिपाल हेल्थ के प्रवर्तकों एवं अन्य निवेशकों से 41 फीसदी अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदी है। अन्य निवेशकों में अमेरिकी निजी इक्विटी फर्म टीपीजी और नैशनल इन्वेस्टमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) भी शामिल हैं। इसके साथ ही मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज में टेमासेक की हिस्सेदारी मौजूदा 18 फीसदी से बढ़कर 59 फीसदी हो जाएगी।
बैंकिंग सूत्रों ने कहा कि मौजूदा शेयरधारकों के बाहर निकल जाने के कारण अस्पताल ने अपनी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) योजना को फिलहाल टाल दिया है। एक बैंकिंग सूत्र ने कहा, ‘टेमासेक मौजूदा शेयरधारकों से अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने के लिए 16,000 करोड़ रुपये दे रही है। रंजन पई के नेतृत्व वाले कंपनी प्रबंधन में कोई बदलाव नहीं होगा।’
इस सौदे के बाद कंपनी में टीपीजी अपनी 21 फीसदी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बनाए रखेगी और पई परिवार के पास भी कुछ हिस्सेदारी रहेगी। मणिपाल में टेमासेक ने छह साल से निवेश कर रखा है और उसकी योजना कंपनी में दीर्घकालिक निवेशक के तौर पर बने रहने की है।
निजी इक्विटी फर्मों के निवेश वाली कंपनी मणिपाल हेल्थ देश में अपोलो हॉस्पिटल्स के बाद दूसरी सबसे बड़ी अस्पताल श्रृंखला बन गई है। कंपनी अपना नेटवर्क लगातार बढ़ा रही है और इस समय 28 जगहों पर उसके अस्पताल हैं, जिनमें कुल 8,700 बिस्तर होने का अनुमान है।
अप्रैल 2021 में मणिपाल हेल्थ ने 2,100 करोड़ रुपये में कोलंबिया एशिया अस्पताल श्रृंखला खरीद ली थी। इसके साथ ही उसके नेटवर्क में 27 जगहों पर कुल 7,300 बिस्तर हो गए थे। जून 2021 में उसने बेंगलूरु में विक्रम हॉस्पिटल्स को मल्टीपल्स प्राइवेट इक्विटी से 350 करोड़ रुपये में खरीदा था। कंपनी 2,350 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर आमरी हॉस्पिटल्स में इमामी समूह की हिस्सेदारी भी खरीदेगी।
आमरी चार अस्पताल चलाती है, जिनमें तीन कोलकाता में और एक भुवनेश्वर में हैं। उसके पास कुल 1,100 बिस्तर हैं, जिन्हें बढ़ाकर 1,200 किया जा सकता है।
पिछले साल अगस्त में निजी इक्विटी फर्म केकेआर ने ब्लॉक डील के जरिये कई शेयरधारकों को मैक्स हेल्थकेयर में अपनी 27 फीसदी हिस्सेदारी 9,200 करोड़ रुपये में बेची थी।
2018 में मलेशिया के आईएचएच ने 4,000 करोड़ रुपये लगाकर फोर्टिस हॉस्पिटल्स में 31 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की थी। केकेआर ऐंड कंपनी ने मंगलवार को करीब 9,400 करोड़ रुपये के एक सौदे के तहत अस्पताल श्रृंखला मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है।
मार्च में जारी क्रिसिल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रमुख वैश्विक निजी इक्विटी फर्म भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में लगातार निवेश कर रहे हैं क्योंकि मार्च 2023 और 2024 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान निजी अस्पतालों के राजस्व में 10 से 11 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है। राजस्व वृद्धि को मुख्य तौर पर बिस्तरों के भरने की बढ़ती दर और प्रति बिस्तर औसत राजस्व में वृद्धि से रफ्तार मिल रही है।