facebookmetapixel
दिवाली के बाद किस ऑटो शेयर में आएगी रफ्तार – Maruti, Tata या Hyundai?Gold Outlook: जनवरी से फिर बढ़ेगा सोना! एक्सपर्ट बोले- दिवाली की गिरावट को बना लें मुनाफे का सौदाGold ETF की नई स्कीम! 31 अक्टूबर तक खुला रहेगा NFO, ₹1000 से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसाब्लैकस्टोन ने खरीदी फेडरल बैंक की 9.99% हिस्सेदारी, शेयरों में तेजीभारत का फ्लैश PMI अक्टूबर में घटकर 59.9 पर, सर्विस सेक्टर में रही कमजोरीSIP Magic: 10 साल में 17% रिटर्न, SIP में मिडकैप फंड बना सबसे बड़ा हीरोनारायण मूर्ति और नंदन नीलेकणि ने Infosys Buyback से बनाई दूरी, जानिए क्यों नहीं बेच रहे शेयरस्टील की कीमतें 5 साल के निचले स्तर पर, सरकार ने बुलाई ‘ओपन हाउस’ मीटिंगईलॉन मस्क की Starlink भारत में उतरने को तैयार! 9 शहरों में लगेगा इंटरनेट का नया नेटवर्कट्रंप ने कनाडा के साथ व्यापार वार्ता तोड़ी, TV ad के चलते किया फैसला

जियो की Radisys मिमोसा नेटवर्क्स को 6 करोड़ डॉलर में खरीदेगी

Last Updated- March 09, 2023 | 4:45 PM IST
Reliance Jio

भारतीय दिग्गज समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के स्वामित्व वाले Jio Platforms ने अपने 5G और ब्रॉडबैंड सेवाओं के विस्तार के लिए कम्युनिकेशन उपकरण मेकर मिमोसा नेटवर्क्स (Mimosa Networks) को 6 करोड़ डॉलर में खरीदने का ऐलान किया है। कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

यह सौदा Radisys Corp (जियो प्लेटफॉर्म्स की एक इकाई) और अमेरिकी कंपनी Airspan Networks Holdings के बीच हुआ है। मिमोसा Airspan Networks Holdings के स्वामित्व वाली कंपनी है।

बयान में कहा गया है कि मिमोसा के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में WiFi 5 और नई WiFi 6E टेक्नोलॉजीज पर आधारित पॉइंट-टू-पॉइंट और पॉइंट-टू-मल्टी-पॉइंट उत्पादों का पोर्टफोलियो है।

RIL पिछले साल 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में 11 अरब डॉलर मूल्य की एयरवेव्स को बंद करने के बाद, भारत के प्रमुख दूरसंचार सर्विस प्रोवाइडर, Jio के माध्यम से देश भर में 5G और ब्रॉडबैंड सेवाओं को बढ़ा रही है।

बयान के अनुसार, Jio की इकाई, Reliance Jio Infocomm USA, एयरस्पैन में एक शेयरधारक है और इसके बोर्ड में भी शामिल है। रिलायंस दूरसंचार क्षेत्रों में कई निवेश कर रही है और उसने भारत भर में नेक्स्ट जेनरेशन की वायरलेस सेवाओं का विस्तार करने के लिए पिछले साल Nokia को एक प्रमुख सप्लायर के रूप में चुना था।

मिमोसा के साथ सौदा ऐसे समय में भी हुआ है जब भारत सहित कुछ अन्य देशों की सरकारों ने नैशनल नेटवर्क में चीन के हुआवेई (Huawei) के उपयोग पर या तो प्रतिबंध लगा दिया है या उसे आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया जा रहा है।

बयान में कहा गया है कि लेनदेन कुछ नियामक और अन्य कस्टमरी क्लोजिंग शर्तों के साथ-साथ Airspan के वरिष्ठ ऋणदाता (senior lender) द्वारा अनुमोदन के अधीन है और 2023 की तीसरी तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।

First Published - March 9, 2023 | 4:35 PM IST

संबंधित पोस्ट