दिग्गज देसी कंपनी भारती एंटरप्राइजेज ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी बीटी ग्रुप में 24.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीद रही है और पहली किस्त खरीदी भी जा चुकी है। इस कदम से भारती को ब्रिटेन के बाजार में अपनी पैठ बनाने में मदद मिलेगी।
भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने आज कहा कि भारती एंटरप्राइजेज की अंतरराष्ट्रीय निवेश इकाई भारती ग्लोबल ब्रिटेन की एल्टिस यूके से बीटी ग्रुप की 24.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी। इस सौदे के बाद भारती बीटी समूह की सबसे बड़ी शेयरधारक हो जाएगी।
कंपनी ने यह नहीं बताया कि सौदा कितने में हो रहा है। लेकिन लंदन स्टॉक एक्सचेंज के अनुसार बीटी गुप का बाजार पूंजीकरण 16.6 अरब डॉलर है। ऐसे में इस सौदे का मूल्य 4 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
बीटी ग्रुप ब्रिटेन में सबसे पहले दूरसंचार सेवा शुरू करने वाले ब्रांड और सरकारी एजेंसी ब्रिटिश टेलीकॉम की आधुनिक उत्तराधिकारी है। ग्राहकों की संख्या के हिसाब से यह ब्रिटेन की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी है।
मित्तल ने कहा कि भारती ग्लोबल के स्वामित्व वाली भारती टेलीवेंचर्स ने एल्टिस यूके के साथ बीटी ग्रुप में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए पुख्ता करार किया है। शेष 14.51 फीसदी हिस्सेदारी नियामक से मंजूरी मिलने के बाद ली जाएगी, जिसमें करीब 5 महीने तक लग सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह निवेश भारत-ब्रिटेन संबंधों को प्रगाढ़ और व्यापक बनाने के हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजरिये का समर्थन करने के मकसद से किया जा रहा है।’ वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस सौदे को बड़ी उपलब्धि बताया और द्विपक्षीय व्यापारिक समझौते को पुख्ता करने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कियर स्टार्मर तथा विदेश मंत्री डेविड लैमी का धन्यवाद किया।
बीटी में 12 फीसदी हिस्सेदारी वाली डॉयचे टेलीकॉम ने भी इस कदम का स्वागत किया है। डॉयचे टेलीकॉम के सीईओ टिमोथियस हॉजेस ने बयान में कहा, ‘हम इसे बीटी के लिए सकारात्मक कदम के रूप में देखते हैं। भारती के साथ काम करने का हमारा लंबा और अच्छा अनुभव है। इसलिए हम बीटी के शेयरधारकों और ग्राहकों की खातिर निदेशक मंडल में भारती के साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।’
मित्तल ने स्पष्ट किया कि भारती एयरटेल इस सौदे में शामिल नहीं है और बीटी ग्रुप से दूरसंचार से जुड़ी या कोई दूसरी मदद उसे नहीं चाहिए। इसके बजाय भारती एंटरप्राइजेज ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI), 5जी शोध एवं विकास और कोर इंजीनियरिंग को प्रमुख क्षेत्रों के रूप में चिह्नित किया है, जहां रणनीतिक निवेश दोनों देशों के बीच दूरसंचार क्षेत्र में नए तालमेल बनाने में मदद करेगा। एल्टिस यूके ने 2021 और 2023 में बीटी में शेयर खरीदे थे और यह फ्रांस की दूरसंचार व मास मीडिया कंपनी एल्टिस यूरोप का हिस्सा है।
वर्ष 2022 में ब्रिटेन की सरकार ने पड़ताल शुरू की थी कि एल्टिस के पास हिस्सेदारी होने से राष्ट्रीय सुरक्षा पर क्या असर पड़ेगा। मगर उसे पता चला कि इस निवेश से राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई चिंता नहीं है। बहरहाल इस मुद्दे ने ब्रिटेन की बुनियादी ढांचा संपत्तियों पर विदेशी कंपनियों के मालिकाना हक पर बहस छेड़ दी थी।
मित्तल ने भरोसा जताया कि भारती एंटरप्राइजेज को इस तरह की अड़चनों का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘हमने अपने निवेश की समीक्षा के लिए ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा और निवेश कानून के तहत आज आवेदन जमा कराया है। हम उपग्रह जैसे संवेदनशील क्षेत्र में पहले ही ब्रिटेन सरकार के साझेदार हैं।’भारती एंटरप्राइजेज और बीटी का करीब दो दशक से भी लंबा संबंध रहा है। 1997 से 2001 तक भारती एयरटेल में बीटी की 21 फीसदी हिस्सेदारी रही थी और निदेशक मंडल में भी उसके दो सदस्य थे।