वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अक्षय मूंद्रा ने कहा कि वोडाफोन आइडिया अपने 5G सेवाओं से जुड़ी योजना को अंतिम रूप देने के लिए नेटवर्क विक्रेताओं के साथ लगातार बातचीत कर रही है। मूंद्रा ने बुधवार को तिमाही नतीजे के बाद कहा, ‘हम 5G पर अमल करने के शुरुआती चरण में हैं। 5G का आना महत्वपूर्ण है और हम इस पर अपनी नजर रख रहे हैं।’
5G की दौड़ में यह पहले से ही प्रतिस्पर्धी कंपनियां, जियो और एयरटेल से 5 महीने पीछे हो चुकी है और अब वोडफोन आइडिया का प्रयास कुछ लक्षित भौगोलिक क्षेत्रों में 5G सेवाएं देने पर होगा। मूंद्रा ने कहा कि ऐसा किया जाएगा क्योंकि फंडिंग बेहद सुरक्षित है। कंपनी भी सरकार के 5G से जुड़े न्यूनतम नियमों का पालन करने के लिए तैयार है। हालांकि, सीईओ ने कहा कि 5G बेहतर रफ्तार के साथ काम करता है लेकिन गति का अंतर उपभोक्ता के दृष्टिकोण से अलग नहीं है।
वोडाफोन आइडिया अब कारोबारी खंडों में निवेश पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है जिससे जुड़ी योजनाएं नकदी की कमी के कारण रुकी हुई थीं। मूंद्रा ने कहा कि बैंकों से ऋण के माध्यम से कंपनी द्वारा लिया गया कोई भी नया ऋण निवेश पर केंद्रित होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी मौजूदा ऋण को स्थगित नहीं किया जाएगा और परिपक्वता अवधि तक इसका भुगतान किया जाएगा।
पूंजी जुटाने की कोशिशों के बारे में उन्होंने कहा कि वोडाफोन आइडिया बैंकों के साथ बातचीत कर रही हैं, हालांकि इसका ब्योरा नहीं दिया गया। उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले कुछ महीनों में बैंकरों के कंसोर्टियम के साथ महत्वपूर्ण चर्चा की है और ये चर्चाएं आगे बढ़ सकती हैं।’
संचालन से जुड़े खर्चों और वित्त की लागत में वृद्धि के कारण वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में वोडाफोन आइडिया का शुद्ध घाटा सालाना आधार पर 10.5 प्रतिशत बढ़कर 7,990 करोड़ रुपये हो गया।
बकाया और शुल्क
कंपनी पर अभी नियमित लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम शुल्क के रूप में सरकार का 41,300 करोड़ रुपये बकाया है। इनमें नियमित किस्तें और सरकार के सुधार पैकेज के टलने से बनी किस्तें शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘आम तौर पर एजीआर के मोर्चे पर अंतिम आंकड़े की सूचना दूरसंचार विभाग द्वारा दी जाती है। लेकिन हमारी गणना के अनुसार, मूल किस्त 9,100 करोड़ रुपये हैं, और स्थगन के कारण 7400 करोड़ रुपये का बकाया बढ़ रहा है।’
उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम शुल्क के मामले में कंपनी पर फिलहाल मूल किस्त का 14,000 करोड़ रुपये बकाया है और लंबित होने के कारण 10,000 करोड़ रुपये का बकाया है। मूंद्रा ने यह भी संकेत दिया कि शुल्क में और बढ़ोतरी की जा रही है। मूंद्रा ने कहा कि दो सर्किलों ओडिशा और हरियाणा में शुल्क वृद्धि के पहले चरण के बारे में कंपनी को ग्राहकों की वृद्धि के साथ सकारात्मक रुख दिख रहा है।
हालांकि ग्राहकों की कुल संख्या में कमी जारी है, लेकिन कंपनी ने पिछली लगातार छह तिमाहियों से 4G ग्राहकों की संख्या में वृद्धि देखी है। चौथी तिमाही के अंत में यह संख्या 12.16 करोड़ थी। मूंद्रा ने कहा कि उनका जोर मौजूदा 3G साइटों को 4G में बदलने पर होगा।