वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में दूरसंचार क्षेत्र का समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) तिमाही आधार पर 2.53 प्रतिशत बढ़कर 64,494 करोड़ रुपये हो गया। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़े में यह जानकारी दी गई है। एजीआर के आधार पर दूरसंचार विभाग (डीओटी) ऑपरेटरों द्वारा चुकाए जाने वाले शुल्कों की गणना करता है। एजीआर पूर्ववर्ती तिमाही में 1.5 प्रतिशत तक बढ़ा था।
‘टेलीकॉम सर्विसेज परफॉरमेंस इंडिकेटर रिपोर्ट’ के आंकड़े से पता चलता है कि सालाना आधार पर एजीआर में 9.5 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ। भारती एयरटेल और वोडाफोन द्वारा शुरू की गई दर बढ़ोतरी और ऊंचे एआरपीयू की वजह से एजीआर को मदद मिली। हालांकि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं का सकल राजस्व वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में त्रैमासिक आधार पर 3.19 प्रतिशत घटकर 85,356 करोड़ रुपये रह गया।
वित्त वर्ष भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा जारी ताजा आंकड़े से पता चला है कि 2023 की चौथी तिमाही में एकत्रित लाइसेंस शुल्क 2.53 प्रतिशत तक बढ़कर 5,159 करोड़ रुपये रहा। वहीं सालाना आधार पर इसमें 9.4 प्रतिशत तक का इजाफा दर्ज किया गया, जो पूर्ववर्ती वर्ष की समान तिमाही के 4,712 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
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सरकार द्वारा जुलाई, 2023 में आयोजित 5जी नीलामी से हासिल स्पेक्ट्रम पर शुल्क वसूलना बंद करने की वजह से स्पेक्ट्रम यूसेज चार्ज (एसयूसी) के जरिये संग्रह एक बार फिर से घटा है। एसयूसी संग्रह में तिमाही आधार पर 6.94 प्रतिशत की गिरावट आई और यह पिछली तिमाही के दौरान 811 करोड़ रुपये से घटकर 755 करोड़ रुपये रह गया। वहीं पूर्ववर्ती वित्त वर्ष की समान तिमाही के 1,926 करोड़ रुपये के मुकाबले इसमें 61 प्रतिशत तक की बड़ी गिरावट आई।
बाजार दिग्गज रिलायंस ने वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 22,985 करोड़ रुपये का सर्वाधिक एजीआर दर्ज किया, जो पूर्ववर्ती तिमाही के मुकाबले 1.7 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही के 20,659 करोड़ रुपये से 11.25 प्रतिशत अधिक है। दूसरे स्थान पर भारती एयरटेल रही, जिसका एजीआर वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में त्रैमासिक आधार पर 1.15 प्रतिशत तक बढ़कर 18,500 करोड़ रुपये रहा। वहीं वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही के 18,290 करोड़ रुपये के मुकाबले सालाना आधार पर 15.3 प्रतिशत बढ़ा।
वोडाफोन आइडिया (वीआई) का एजीआर वित्त वर्ष 2023 की मार्च तिमाही में त्रैमासिक आधार पर 1.61 प्रतिशत बढ़कर 7,210 करोड़ रुपये रहा। वहीं सालाना आधार पर इस दूरसंचार कंपनी के एजीआर में कोई उतार-चढ़ाव दर्ज नहीं किया गया।
सरकार के स्वामित्व वाली बीएसएनएल का एजीआर तिमाही आधार पर 4.9 प्रतिशत बढ़कर 2,083 करोड़रुपये हो गया। वहीं सालाना आधार पर कंपनी का सकल राजस्व 19.02 प्रतिशत तक बढ़ा।
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दूरसंचार क्षेत्र का मासिक एआरपीयू पूर्ववर्ती तिमाही के 141.4 रुपये से बढ़कर 142.3 रुपये हो गया। प्रीपेड एआरपीयू वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में बढ़कर 139.6 रुपये रहा, जो पूर्ववर्ती तिमाही में 137.7 रुपये था।
इस बीच, पोस्टपेड सेवाओं के लिए एआरपीयू चौथी तिमाही में लगातार घटकर 173.5 रुपये रह गया, जो वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 182.3 रुपये था।