टाटा पावर कंपनी लिमिटेड (Tata Power Company Ltd) ने 31 मार्च को समाप्त तिमाही में अपने शुद्ध समेकित लाभ में 54 फीसदी की वृद्धि दर्ज की, जो कि 2021-22 (FY22) की समान तिमाही में 503 करोड़ रुपये से 778 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के बोर्ड ने 2 रुपये प्रति शेयर के लाभांश (dividend) की सिफारिश की है। कंपनी ने मार्च-तिमाही में ऑपरेशन से 12,454 करोड़ रुपये का समेकित रेवेन्यू दर्ज किया। वित्त वर्ष 22 की आखिरी तिमाही में यह 11,960 करोड़ रुपये था।
टाटा पावर का शेयर गुरुवार को बीएसई पर 203.80 रुपये पर बिना किसी बदलाव के बंद हुआ। टाटा पावर के सबसे बड़े कारोबार ट्रांसमिशन और वितरण का रेवेन्यू 16.4 फीसदी बढ़कर 8,295 करोड़ रुपये हो गया।
टाटा पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा, ‘बिजली की बढ़ती जरूरत के हिसाब से हमने अपनी रफ्तार बढ़ाई है है क्योंकि हम विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति के साथ देश की मांग को पूरा करने के लिए तैयार हैं।’
उन्होंने कहा कि वितरण बिजनेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जो ओडिशा डिस्कॉम में एटी एंड सी (कुल तकनीकी और कमर्सियल) घाटे में निरंतर कमी और हमारे मुंबई, दिल्ली और ओडिशा डिस्कॉम की उच्च प्रदर्शन रेटिंग से स्पष्ट है।
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उन्होंने आगे कहा कि अक्षय ऊर्जा व्यवसाय (Renewable Energy business) EPC (इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन), यूटिलिटी स्केल और रूफटॉप वर्टिकल में महत्वपूर्ण रूप से विस्तारित हुआ है और भारत के हरित ऊर्जा संक्रमण का नेतृत्व करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा अक्षय ऊर्जा व्यवसाय में 4,000 करोड़ रुपये (525 मिलियन डॉलर) की पूंजी डालने का कार्य पूरा करना वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा उद्योग में एक महत्वपूर्ण बात है। यह पूंजी हमें हमारे विकास के अगले चरण को बढ़ावा देने के लिए संसाधन प्रदान करेगी।