देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स लिमिटेड ने बीते दिनों स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि उसका बोर्ड 19 मार्च, बुधवार को बैठक करेगा। इस बैठक में 2,000 करोड़ रुपये तक की फंड जुटाने की योजना पर विचार किया जाएगा। कंपनी यह राशि नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCD) जारी करके जुटाएगी। ये डिबेंचर रेटेड, लिस्टेड, अनसिक्योर्ड और रिडीमेबल होंगे, जिन्हें प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर जारी किया जाएगा।
टाटा मोटर्स के बोर्ड ने पिछले साल मार्च और मई में इस फंड जुटाने की योजना को मंजूरी दी थी। कंपनी ने बताया कि इस पैसे का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए होगा। इसमें रिसर्च और डेवलपमेंट, उत्पादन क्षमता बढ़ाने और वर्किंग कैपिटल जैसी जरूरतें शामिल हैं। 19 मार्च की बैठक में NCD के नियम और शर्तों पर और जानकारी मिलने की उम्मीद है।
कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) ने हाल ही में विश्लेषकों से मुलाकात में भरोसा दिलाया कि टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी जगुआर लैंड रोवर (Jaguar Land Rover – JLR) चौथी तिमाही में 10% का ईबीआईटी मार्जिन हासिल कर लेगी। साथ ही, वित्तीय वर्ष के अंत तक JLR नेट डेट फ्री हो जाएगी। CFO ने यह भी कहा कि अमेरिकी बाजार में कंपनी का प्रदर्शन अच्छा है, जबकि चीन में जेएलआर के जरिए टाटा मोटर्स बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
न्यूज वेबसाइट cnbctv18 की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने टाटा मोटर्स के लिए वित्तीय वर्ष 2025, 2026 और 2027 के लिए अनुमान जताया है। नोमुरा के मुताबिक, 2025 में वॉल्यूम ग्रोथ स्थिर रहेगी, 2026 में 4% और 2027 में 6% साल-दर-साल बढ़ोतरी होगी।
नोमुरा ने टाटा मोटर्स पर “BUY” रेटिंग दी है और शेयर का प्राइज टारगेट 861 रुपये तय किया है। अभी कंपनी का शेयर वित्तीय वर्ष 2027 के एंटरप्राइज वैल्यू टू EBITDA (Enterprise Value to EBITDA) के 4.7 गुना पर ट्रेड कर रहा है।
टाटा मोटर्स के शेयरों में हाल ही में 52 हफ्तों के निचले स्तर से थोड़ी रिकवरी देखी गई है। हालांकि, गुरुवार को शेयर 2% गिरकर 654.7 रुपये पर बंद हुआ। जुलाई 2024 में यह शेयर अपने उच्चतम स्तर 1,179 रुपये पर था, जिसके बाद से यह 40% से ज्यादा नीचे आ चुका है। निवेशकों और बाजार की नजर अब 19 मार्च की बैठक पर टिकी है, जहां फंड जुटाने की योजना पर और स्पष्टता मिलेगी।