टाटा संस (Tata Sons) की सहायक कंपनी – टाटा कैपिटल (Tata Capital) आगे कर्ज देने के उद्देश्य से कर्जदाताओं के साथ कर्ज के जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बातचीत कर रही है। टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड (TCFSL) का निदेशक मंडल TCL के साथ TCFSL के विलय को मंजूरी प्रदान कर चुका है।
बैंकिंग क्षेत्र के एक सूत्र ने कहा कि चालू तिमाही के दौरान कर्ज के जरिये रकम जुटाने से टाटा कैपिटल को विलय की गई कंपनी की बैलेंस शीट में इजाफा करने में मदद मिलेगी। बैंकर ने कहा कि रिटेल लोन सेक्टर में टाटा कैपिटल आक्रामक हो रही है और इस तिमाही में जुटाई गई ज्यादातर रकम आवास ऋण (Home Loan) और व्यक्तिगत ऋण (personal loans) के लिए होगी।
नियामक भारतीय रिर्जव बैंक (RBI) ने कंपनी को ऊंचे स्तर वाले गैर-बैंक वित्तीय संस्थान (NBFC) के रूप में चिह्नित किया है। RBI के अनुसार ऊंचे स्तर वाली NBFC के रूप में टाटा कैपिटल को अगले दो साल में लिस्टेड होना होगा। जब इस संबंध में टाटा कैपिटल के प्रवक्ता से संपर्क किया गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
दिलचस्प बात यह है कि टाटा समूह (Tata Group) के पास टाटा मोटर्स (Tata Motors) के तहत टाटा मोटर्स फाइनैंस (Tata Motors Finance) नामक एक और व्यापक वित्तीय सेवा कारोबार है, जो वाहन और डीलर फाइनैंसिंग के लिए ऋण प्रदान कर रहा है।
विश्लेषकों ने कहा कि टाटा ग्रुप के लिए वित्तीय सेवाओं के कारोबार के महत्व के कारण तथा टाटा संस द्वारा TCL में पर्याप्त पूंजी रखने की योजना से उन्हें इस बात की उम्मीद है कि टाटा संस सहज पूंजीकरण और तरलता प्रोफाइल बनाए रखने में मदद के लिए इक्विटी समर्थन प्रदान करना जारी रखेगी।
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वित्त वर्ष 19 में टाटा संस पहले ही 2,500 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है और आगे चलकर मार्च 2020 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
रेटिंग फर्मों के पास जमा आंकड़ों के अनुसार TCFSL का ऋण पोर्टफोलियो पिछले साल 30 सितंबर तक 59,716 करोड़ रुपये था, जबकि 31 मार्च, 2022 तक यह राशि 55,323 करोड़ थी।