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अदाणी ग्रीन का सबसे बड़ा खरीदार तमिलनाडु

एजीईएल की योजना साल 2030 तक अपनी क्षमता को पांच गुना बढ़ाकर 50 गीगावॉट करने की है।

Last Updated- November 22, 2024 | 9:53 PM IST
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रिश्वत देने और भ्रष्टाचार के आरोपों का अमेरिका में सामना करने वाली अदाणी समूह की कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी (एजीईएल) की परिचालन क्षमता 11 गीगावॉट है। तमिलनाडु और गुजरात की बिजली वितरण कंपनियां उसकी प्रमुख खरीदार हैं। इसके अलावा सेकी और एनटीपीसी जैसे सरकारी उपक्रमों ने इसके साथ बड़ी हिस्सेदारी का करार किया है।

सितंबर तक एजीईएल की परिचालन क्षमता 11,184 मेगावॉट यानी 11.18 गीगावॉट थी। इसमें से सबसे ज्यादा क्षमता के अनुबंधन सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) के जरिए हए और इसका करीब 20 फीसदी सीधे राज्यों की बिजली वितरण कंपनियों को समझौते के जरिये बेचा जाता है।

एजीईएल की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक इसकी 11.75 गीगावॉट की संयुक्त सौर और पवन क्षमता के 23 फीसदी के लिए तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और तेलंगाना की डिस्कॉम के साथ करार हैं। इन राज्यों में तमिलनाडु और गुजरात सबसे बड़े खरीदार हैं। मगर एजीईएल की परिचालन और नियोजित क्षमता के लिए सेकी सबसे बड़ी काउंटर पार्टी है।

एजीईएल की योजना साल 2030 तक अपनी क्षमता को पांच गुना बढ़ाकर 50 गीगावॉट करने की है। हालांकि, उसकी नियोजित 50 गीगावॉट के सभी खरीदारों के आंकड़े मौजूद नहीं है, लेकिन एजीईएल की रणनीति यह है कि वह अपने नियोजित 50 गीगावॉट क्षमता का 85 फीसदी हिस्से के बिजली खरीद समझौते कर ले।

सीधी बात यह कि उसका इरादा इस क्षमता के लिए सहमति वाली कीमतों पर 25 वर्षों के अनुबंध के जरिये दीर्घकालिक खरीदार तलाशने का है। एजीईएल की आगामी क्षमता में महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी (एमएसईडीसीएल) जैसी राज्य बिजली वितरण कंपनियां बड़े खरीदार के तौर पर उभर रही हैं।

अक्टूबर में एजीईएल ने कहा था कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों में से एक ने 5 गीगावॉट सौर ऊर्जा की आपूर्ति के लिए महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के साथ बिजली खरीद समझौता किया है।

First Published - November 22, 2024 | 9:53 PM IST

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