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सुवेन को मिला यूरोपियन पेटेंट

Last Updated- December 06, 2022 | 9:44 PM IST

हैदराबाद की बायो-फार्मास्युटिकल कंपनी सुवेन लाइफ साइंस लिमिटेड के एक उत्पाद एसयूवीएन-502 को यूरोपियन पेटेंट ऑफिस (ईपीओ) द्वारा स्वीकृति मिल गई है। यह पेटेंट जून 2023 तक वैध रहेगा।


इस उत्पाद को मनुष्य के तंत्रिका तंत्र से संबंधित बीमारियों से निजात दिलाने के लिए विकसित किया गया है। यह दवा मुख्य रूप से दिमाग से संबंधित बीमारियों जैसे कि अल्जाइमर, सिजोफ्रेनिया आदि के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। 


कंपनी द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में सुवेन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वैंकट जसती ने बताया, ‘पूरी दुनिया में इस क्षेत्र (तंत्रिका तंत्र संबंधी बीमारियों के लिए दवाइयों) के लिए लगभग 72 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक के मजबूत बाजार में सुनहरा अवसर है। हमारे उत्पाद एसयूवीएन-502 को बिल्कुल सही वक्त पर पेटेंट मिला है। विश्वभर में बीमारियों को लेकर जिस तरह स्थिति बनी हुई है, उसमें यह उत्पाद पूरी तरह से प्रासंगिक है।’


जसती ने बताया कि जिस उत्पाद को ईपीओ से पेटेंट मिला है वह सुवेन की आंतरिक खोज और अनुसंधान का बेजोड़ मिसाल है। उल्लेखनीय है कि इस दवा के पेटेंट के साथ ही सुवेन को चार यूरोपियन उत्पाद पेटेंट हासिल हो गए हैं। यह भी विदित है कि  इन सभी उत्पादों को यूरोप के 37 सदस्य देशों में मान्यता मिली हुई है, जिसमें जर्मनी, स्वीट्जरलैंड, डेनमार्क, स्पेन, फ्रांस, इंग्लैंड, इटली, नीदरलैंड, पोलैंड, स्वीडन और फिनलैंड जैसे बायोफार्मास्युटिकल के लिए प्रमुख बाजार भी शामिल है।


इसके अलावा, सुवेन को अमेरिका से चार, भारत से तीन, ऑस्टे्रलिया, यूरेशिया, कोरिया, मैक्सिको, न्यूजीलैंड और सिंगापुर से दो-दो उत्पादों के लिए पेटेंट प्राप्त हो चुका है। वर्तमान में सुवेन अपनी आंतरिक खोज और अनुसंधान के जरिए एडीएचडी, डिमेंटिया और अवसाद आदि बीमारियों के लिए दवाइयां बनाने में जुटी हुई है।

First Published - May 6, 2008 | 11:57 PM IST

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