वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्टार्ट अप इंडिया कार्यक्रम की सभी पहलों और निकायों के लिए एक गैर लाभकारी कंपनी स्थापित करने का सुझाव दिया। मंत्री ने कहा कि इस कंपनी का नेतृत्व इंवेस्ट इंडिया की तरह उद्योग कर सकता है। इंवेस्ट इंडिया निवेश को बढ़ावा देने वाला प्रमुख निकाय है।
उन्होंने स्टार्टअप से राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार परिषद (एनएसएसी) को नई कंपनी के दायरे में लाने या एक गैर लाभकारी कंपनी स्थापित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस कदम को उठाने से उद्योग अधिक स्वतंत्र हो पाएगा।
नई कंपनी को हिस्सेदारियां देने से यूनिकॉर्न सशक्त होंगे और उन्हें पहचान मिलेगी। इससे उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा। मंत्री ने बताया, ‘मैंने कुछ दिन पहले फैसला लिया है। मेरे विचार से यह प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ी है। कृपया सेक्शन आठ को तय करें ताकि राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार काउंसिल नए स्टार्ट कंपनी के तहत आ सके।’
मंत्री ने भारत स्टार्टअप नॉलेज एक्सेस रजिस्ट्री (भास्कर) के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह पहल स्टार्टअप के सेंट्रल हब के रूप में कार्य करेगा। इसमें स्टार्टअप, निवेशक, सेवा प्रदाता और सरकारी निकाय संहयोग करने के साथ विचार का आदान प्रदान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सभी डेटा को एक जगह से भेजा जाए।