लंबे समय तक छंटनी और नियुक्तियों में सुस्ती के बाद भारतीय स्टार्टअप क्षेत्र की नियुक्तियों में इस साल करीब 7 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है। मानव संसाधन (एचआर) फर्म टीमलीज ने यह जानकारी दी है।’
जेप्टो का ही उदाहरण लेते हैं जो 2023 की पहली यूनिकॉर्न है। क्विक कॉमर्स कंपनी जेप्टो के सह-संस्थापक एवं सीईओ आदित पालिचा ने कहा कि कंपनी इंजीनियरिंग पदों पर नियुक्तियां बढ़ाने की तैयारी कर रही है। वह ग्रेपवाइन जैसे पेशेवर नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म पर भी बातचीत कर रहे हैं ताकि यह बताया जा सके कि कंपनी किस प्रकार नियुक्ति करती है।
पालिचा ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘हम काफी नियुक्तियां करने जा रहे हैं। पिछले 29 महीनों के दौरान हमने 200 इंजीनियर नियुक्त किए हैं। हम अपनी इंजीनियरिंग टीम का विस्तार कर रहे हैं और हर दूसरे दिन एक इंजीनियर नियुक्त कर रहे हैं।’ उन्होंने 10 दिसंबर, 2023 को ग्रेपवाइन के एक सत्र में कहा था कि उपयोगकर्ता तकनीकी पदों के लिए कंपनी की एचआर टीम से संपर्क कर सकते हैं।
कई स्टार्टअप प्रवेश स्तर की भूमिकाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए परिसरों में भी वापसी कर रही हैं।
ई-कॉमर्स यूनिकॉर्न मीशो ने हाल में घोषणा की है कि उसने 2023 में आईआईटी बंबई, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर, आईआईटी मद्रास, आईआईटी रुड़की, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी), आईआईएम लखनऊ, आईआईएम कोझिकोड आदि तमाम संस्थानों से प्रोडक्ट, एनालिटिक्स, बिजनेस, फाइनैंस और एचआर जैसी विभिन्न भूमिकाओं के लिए 150 से अधिक नियुक्तियां की है।
ग्रेटर नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (जीएनआईओटी) के प्रमुख (प्लेसमेंट सेल) रोहित पांडेय ने कहा, ‘स्टार्टअप ने 2022 में अधिक नियुक्तियां नहीं की थीं, मगर 2023 में स्टार्टअप द्वारा की गई नियुक्तियों की रफ्तार बढ़ी। हमारे परिसर से स्टार्टअप द्वारा की गई नियुक्तियों में इस साल करीब 30 फीसदी की वृद्धि हुई है।’
साल 2022 के भर्ती सीजन में करीब 28 स्टार्टअप ने जीएनओआईटी परिसर का दौरा किया था। साल 2023 में यह आंकड़ा बढ़कर 35 से अधिक हो गया। पांडेय ने कहा, ‘इस साल बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा नियुक्ति के आंकड़े घटे हैं। मगर इसकी भरपाई उत्पाद आधारित स्टार्टअप द्वारा की गई है जो आकर्षक पैकेज भी दे रहे हैं।’
एमिटी यूनिवर्सिटी के नोएडा परिसर में आने वाली स्टार्टअप की संख्या भी बढ़ी है। साल 2023 के भर्ती सीजन में करीब 100 स्टार्टअप ने इस परिसर का दौरा किया और 225 छात्रों को प्लेसमेंट मिला। जबकि 2022 में 46 स्टार्टअप ने परिसर का दौरा किया था और 121 छात्रों को प्लेसमेंट मिला था। इस साल अब तक 20 स्टार्टअप एमिटी यूनिवर्सिटी के नोएडा परिसर का दौरा कर चुकी हैं और कुल 80 छात्रों की भर्ती की गई है।
भर्ती संबंधी जानकारी के लिए आईआईटी एवं आईआईएम संस्थानों को भेजे गए ईमेल का खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं आया।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल फिनटेक, ई-कॉमर्स, डायरेक्ट टू कस्टमर (डी2सी) और उभरती प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में परिचालन करने वाली बड़ी स्टार्टअप नियुक्तियों में अग्रणी भूमिका निभाएंगी। निचले और प्रवेश स्तर की भूमिकाओं की मांग को पूरा करने के लिए कई स्टार्टअप ने परिसरों का रुख किया है।
इससे उन छात्रों को काफी राहत मिलेगी जो नियुक्ति में सुस्ती से प्रभावित हुए हैं। साथ ही नियुक्ति में तेजी का यह दौर छंटनी के बाद भी आ रहा है।
साल 2023 में यूनिकॉर्न सहित करीब 100 स्टार्टअप कंपनियों ने 15,000 से अधिक कर्मचारियों को बाहर कर दिया था। नैसकॉम-जि़नोव की एक हालिया रिपोर्ट में भी कहा गया है कि 65 फीसदी से अधिक प्रौद्योगिकी स्टार्टअप के संस्थापकों ने 2023 में भर्ती करने का दावा किया है। इन स्टार्टअप कंपनियों की नियुक्तियों में एक साल पहले के मुकाबले 20 फीसदी तक की वृद्धि दर्ज की गई है।
रोजगार समाधान फर्म टीमलीज एडटेक के आंकड़ों के अनुसार, प्रौद्योगिकी एवं ई-कॉमर्स स्टार्टअप को जनवरी से जून 2024 के बीच नियुक्तियां पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 7 फीसदी से अधिक बढ़ने की उम्मीद है। टीमलीज एडटेक की सह-संस्थापक एवं अध्यक्ष नीति शर्मा ने कहा, ‘जिन स्टार्टअप कंपनियों ने ए और बी श्रृंखला के तहत रकम जुटाई थी वे सक्रिय तौर पर भर्तियां कर रही हैं।