सितंबर में अपने औसत दैनिक ऑन-टाइम प्रदर्शन (OTP) में पिछले महीने के मुकाबले कुछ सुधार के बावजूद प्रमुख भारतीय विमानन कंपनियों को वक्त की पाबंदी के मामले में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है जिनकी बिजनेस स्टैंडर्ड ने समीक्षा की है।
सितंबर में स्पाइसजेट वक्त की पाबंदी के मामले में सबसे कमतर प्रदर्शन करने वाली विमानन कंपनी रही। इसका रोजाना का औसत ऑन-टाइम प्रदर्शन 52.91 प्रतिशत रहा। सितंबर में अकासा एयर का औसत दैनिक ओटीपी 63.87 प्रतिशत रहा जो दूसरा सबसे कमतर प्रदर्शन रहा।