कंपनियां

Snapdeal: कंपनी मामलों के मंत्रालय ने स्नैपडील की जांच शुरू की, चीन से बताया जा रहा कनेक्शन

AceVector Group ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस स्नैपडील, हाल में सूचीबद्ध यूनिकॉमर्स और स्टेलरो जैसे ब्रांडों का परिचालन करता है।

Published by
आर्यमन गुप्ता   
Last Updated- August 14, 2024 | 10:16 PM IST

कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) ने कंपनी अ​धिनियम का क​थित अनुपालन न करने पर ऐसवेक्टर ग्रुप (AceVector Group) की जांच शुरू की है। ऐसवेक्टर ग्रुप ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस स्नैपडील, हाल में सूचीबद्ध यूनिकॉमर्स और स्टेलरो जैसे ब्रांडों का परिचालन करता है।

एमसीए की यह जांच उन करीब 700 कंपनियों की बड़ी जांच का हिस्सा बताई जा रही है जिन्हें चीनी कंपनियों से निवेश मिला है। ऐसवेक्टर लिमिटेड के अ​​धिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में इस घटनाक्रम की पु​ष्टि की है।

अ​धिकारी ने कहा, ‘ऐसवेक्टर लिमिटेड को मई 2024 में एमसीए से सूचना के लिए अनुरोध प्राप्त हुआ। कंपनी ने जरूरी जानकारी पेश की है और कानून के अनुसार तथा प्रशासनिक मानकों के अनुरूप आगामी सवालों का जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसवेक्टर लिमिटेड में कोई चीनी निवेशक नहीं है।’

वर्ष 2007 में अपनी स्थापना के बाद से ऐसवेक्टर ने 10 राउंड में 1.5 अरब डॉलर की रकम जुटाई है। बाजार खुफिया प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन के आंकड़ों के अनुसार कंपनी के समर्थकों में सॉफ्टबैंक और नेक्सस वेंचर पार्टनर्स मुख्य रूप से शामिल हैं। वर्ष 2015 में, चीन की अलीबाबा ने स्नैपडील में 12.1 करोड़ डॉलर का निवेश किया था और 2021 में वह इस कंपनी से बाहर हो गई।

एमसीए ने ऐसवेक्टर के कारोबार, उसकी अधिकृत शेयर पूंजी और कामकाज से जुड़ी जानकारी मांगी है। खबरों के अनुसार कंपनी पंजीयक (आरओसी) ने वित्तीय विवरण में अनियमितताएं पाए जाने के बाद यह जांच शुरू की थी।

वित्त वर्ष 2023 में स्नैपडील ने 282.2 करोड़ रुपये का कर-बाद समेकित नुकसान दर्ज किया था जो पूर्ववर्ती वर्ष के 510 करोड़ रुपये से कम था। इस बीच, कंपनी की कुल आय घटकर 388.1 करोड़ रुपये रह गई जो पिछले वित्त वर्ष 2022 में 563.5 करोड़ रुपये ​थी। कंपनी के सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस प्लेटफॉर्म यूनिकॉमर्स का हाल में आईपीओ आया था।

First Published : August 14, 2024 | 10:16 PM IST