मंदी और विश्लेषकों के अनुमानों को झुठलाते हुए देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस टेक्नोलॉजिज ने तीसरी तिमाही में अच्छा परिणाम घोषित किया है।
इसकी वजह डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमतों में गिरावट रही। वर्ष 2008 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा पिछले साल के समान अवधि के मुकाबले 33.3 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 1641 करोड़ रुपये पहुंच गया।
वित्त वर्ष 2007 की तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 1231 करोड़ रुपये रहा था। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 1432 करोड़ रुपये था। यानी दूसरी तिमाही के मुकाबले इसमें करीब 14.5 फीसदी का इजाफा हुआ है।
पिछली तिमाही में कंपनी की आय 5418 करोड़ रुपये रही थी, जो चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बढ़कर 5786 करोड़ रुपये हो गई।
इन्फोसिस के सीएफओ वी. बालाकृष्णन ने कहा कि मौजूदा मंदी के माहौल में भी कंपनी की मजूबत ऑपरेटिंग और वित्तीय मॉडल अच्छा है।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ऑपरेटिंग मार्जिन बढ़ने की मुख्य वजह डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमतों में आई गिरावट है। बालाकृष्णन का कहना है कि चुनौती भरे समय में कंपनी ऐसा कारोबारी मॉडल पर काम कर रही है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार शुरू होते ही कंपी और मजबूत होकर उभरे।
इसके साथ ही कंपनी ग्राहकों पर पूरा ध्यान दे रही है। उनके मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में कंपनी की आय बढ़कर 30 फीसदी होने का अनुमान है।
इन्फोसिस का नतीजा
2008-09 की तीसरी तिमाही
आय
5786
मुनाफा
1641
करोड़ रुपये
2007-08 की तीसरी तिमाही
आय
5418
मुनाफा
1231
करोड़ रुपये