भारतीय स्टेट बैंक बुधवार को अपने निदेशक मंडल की बैठक में अतिरिक्त टियर-1 व टियर-2 बॉन्डों के जरिए वित्त वर्ष 2021 में बाजार से रकम जुटाने की योजना पर मंजूरी लेगा। इस पूंजी से कारोबारी बढ़त की क्षमता मजबूत बनाने और अन्य काम में मदद मिलेगी। बैंक ने यह नहीं बताया कि इन बॉन्डों के जरिये कितनी रकम जुटाने की योजना है।
बैंक मौजूदा वित्त वर्ष में डॉलर व देसी मुद्रा में बेसल-3 अनुपालन वाली ऋण प्रतिभूतियां जारी कर एटी-1 व टियर-2 पूंजी जुटा सकता है। विश्लेषकों ने कहा कि येस बैंक के 8,415 करोड़ रुपये के एटी-1 बॉन्ड बट्टे खाते में डाले जाने के बाद अभी एटी-1 बॉन्ड के खरीदार बाजार में नहीं हैं। हालांकि येस बैंक का यह कदम आरबीआई के नियमों के मुताबिक था। पर निवेशकों को बैंंक से यह रकम वापस नहीं मिलेगी, यानी उन्हें अपना निवेश भूलना होगा। एसबीआई का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 31 मार्च, 2020 को 13.06 फीसदी था और टियर-1, 11 फीसदी। बैंक के पास नियामकीय अनिवार्यता से ज्यादा पूंजी है।