तेल से दूरसंचार तक के कारोबार में दखल रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने अंबानी परिवार की तीसरी पीढ़ी को अपने निदेशक मंडल में शामिल कर उत्तराधिकार की योजना को आगे बढ़ाया है। कंपनी की सालाना आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (CMD) मुकेश अंबानी ने कहा कि वह अगले 5 साल के लिए रिलायंस के CMD बने रहेंगे और बोर्ड में शामिल तीनों नए निदेशकों का मार्गदर्शन करेंगे।
RIL ने आज बोर्ड के निदेशक स्तर पर अंबानी परिवार से जुड़े दो अहम बदलावों की घोषणा की। मुकेश अंबानी की तीनों संतानों – ईशा, आकाश और अनंत को गैर-कार्यकारी निदेशक बना दिया गया और नीता अंबानी ने निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। मगर वह कंपनी की कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) इकाई रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन बनी रहेंगी।
ईशा अंबानी RIL की सहायक इकाइयों- रिलायंस रिटेल वेंचर्स और रिलायंस जियो के बोर्ड में पहले ही शामिल हैं। इसी तरह आकाश अंबानी जून 2022 से रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन हैं। अनंत अंबानी जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस रिटेल वेंचर्स, रिलायंस न्यू एनर्जी और रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी के बोर्ड में बतौर निदेशक शामिल हैं।
मुकेश अंबानी ने शेयरधारकों से कहा, ‘यह मेरे लिए सही मायने में भावुक क्षण है क्योंकि इसने मुझे 1977 के उस दिन की याद दिला दी, जब मेरे पिताजी ने मुझे रिलायंस के बोर्ड में निदेशक बनाया था। उस समय मैं महज 20 साल का था।’
अपनी तीन प्राधमिकता गिनाते हुए उन्होंने कहा कि वह अगले 5 साल तक बतौर MCD ईशा, आकाश और अनंत का मार्गदर्शन करते रहेंगे। अंबानी ने कहा, ‘…ताकि वे मिलकर नेतृत्व प्रदान कर सकें और आने वाले दशकों में वृद्धि तथा मूल्य के लिहाज से रिलायंस को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकें।’
भारतीय प्रबंध संस्थान, इंदौर में निदेशक हिमांशु राय ने रिलायंस के इस कदम को सभी शेयरधारकों के लिए सकारात्मक संकेत बताया है। उन्होंने कहा, ‘इससे भविष्य में किसी तरह के विवाद से भी बचा जा सकेगा।’
करीब दो दशक पहले RIL के संस्थापक चेयरमैन धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद विरासत और उत्तराधिकार पर अंबानी भाइयों – मुकेश और अनिल के बीच खूब लड़ाई चली थी। अंत में यह समूह दो हिस्सों – रिलायंस ग्रुप (पहले अनिल धीरूभाई अंबानी समूह) और रिलायंस इंडस्ट्रीज में बंट गया। राय ने कहा कि 5 साल का समय अंबानी की तीसरी पीढ़ी के लिए विभिन्न कारोबारों की बारीकियां सीखने के लिए काफी होगा।
मगर रिलायंस की वार्षिक आम बैठक में की गई घोषणाओं से बाजार में जोश नहीं दिखा। आरआईएल का शेयर आज 1.1 फीसदी फिसल गया। अंबानी ने 2 बजे अपना संबोधन शुरू किया और वह बाजार बंद होने तक बोलते रहे।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार के विजयकुमार ने कहा, ‘रिलायंस रिटेल और समूह के दूरसंचार कारोबार के आईपीओ पर कोई भी घोषणा नहीं होने से आरआईएल के शेयर को झटका लगा। मगर अक्षय ऊर्जा कारोबार के लिए संकेत सकारात्मक हैं। एजीएम के दिन शेयर में उतार-चढ़ाव आरआईएल के लिए सामान्य बात है।’
शेयरधारकों ने एजीएम में जो सवाल पूछे, उनमें जलवायु परिवर्तन के कारण ऊर्जा व्यवसाय में होने वाले बदलावों से निपटने की RIL की योजना और खुदरा एवं उपभोक्ता कारोबार को सूचीबद्ध कराने की समयसीमा सबसे ऊपर रहे। अंबानी ने अपने संबोधन के अंत में इन सवालों का जवाब देते हुए शेयरधारकों को आश्वस्त किया कि ऊर्जा रुझानों में हो रहे बदलाव के बीच आरआईएल की मुनाफे की क्षमता बरकरार रखी जाएगी। मगर उन्होंने उपभोक्ता कारोबार को सूचीबद्ध कराने के बारे में कोई खुलासा नहीं किया।
अंबानी के संबोधन की इकलौती प्रमुख घोषणा उत्तराधिकार की शुरुआत थी। कंपनी के कारोबारी क्षेत्र के बारे में कोई संकेत नहीं दिया गया। जहां तक तेल से लेकर रसायन तक (ओ2सी) कारोबार का सवाल है तो अंबानी ने उसे एक एकीकृत रसायन एवं सामग्री व्यवसाय में बदलने पर ध्यान केंद्रित किया।
अंबानी ने बैटरी गीगा फैक्ट्री के लिए 2026 को नई समय-सीमा रख दी। यह समूह के नई ऊर्जा कारोबार का हिस्सा है। अंबानी ने कहा कि कंपनी 2025 तक सोडियम आयन सेल को मेगावॉट स्तर तक पहुंचा देगी और जल्द ही उसे गीगावॉट स्तर तक ले जाया जाएगा।
अंबानी ने कहा कि हाल में सूचीबद्ध वित्तीय सेवा कारोबार बीमा बाजार में उतरने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि वैश्विक कंपनियों के साथ साझेदारी के जरिये ऐसा किया जाएगा। अंबानी ने यह भी कहा कि रिलायंस जियो अपनी नई फिक्स्ड वायरलेस ऐक्सेस ब्रॉडबैंड सेवा जियो एयरफाइबर गणेश चतुर्थी पर शुरू करेगी।