facebookmetapixel
8 साल में सबसे बेहतर स्थिति में ऐक्टिव ईएम फंड, 2025 में अब तक दिया करीब 26% रिटर्नडिजिटल युग में श्रम सुधार: सरकार की नई श्रम शक्ति नीति में एआई और कौशल पर जोरस्वदेशी की अब खत्म हो गई है मियाद: भारतीय व्यवसायों को प्रतिस्पर्धा करना सीखना होगा, वरना असफल होना तयकिसी देश में आ​र्थिक वृद्धि का क्या है रास्ता: नोबेल विजेताओं ने व्यवहारिक सोच और प्रगति की संस्कृति पर दिया जोरनिवेश के लिहाज से कौन-सा देश सबसे सुरक्षित है?म्युचुअल फंड उद्योग ने SEBI से नियमों में ढील की मांग की, AMCs को वैश्विक विस्तार और नए बिजनेस में एंट्री के लिए चाहिए छूटRBI की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा! SME IPOs में खतरे की घंटीRBI Gold Reserves: रिजर्व बैंक के पास 880 टन से ज्यादा सोना, वैल्यू 95 अरब डॉलरInfosys के प्रमोटर्स ने ₹18,000 करोड़ के शेयर बायबैक से खुद को अलग कियासितंबर में Debt MF से निवेशकों ने क्यों निकाले ₹1.02 लाख करोड़? AUM 5% घटा

रियल एस्टेट सेक्टर में दो साल में 12-13 अरब डॉलर के इन्वेस्टमेंट की उम्मीद : रिपोर्ट

Last Updated- March 27, 2023 | 5:12 PM IST
real estate

रियल एस्टेट सेक्टर को पिछले पांच साल में 32 अरब डॉलर की इक्विटी कैपिटल मिली है और अगले दो वर्ष में भी उसे 12-13 अरब डॉलर के इन्वेस्टमेंट और मिलने की उम्मीद है। रियल एस्टेट सलाहकार फर्म सीबीआरई (CBRE) ने यह अनुमान जताया है।

सीबीआरई ने एक रिपोर्ट में कहा कि 2023 और 2024 में रियल एस्टेट क्षेत्र में सबसे ज्यादा निवेश कार्यालय स्थलों को मिलने की संभावना है। कुल संस्थागत निवेश में कार्यालय स्थल के बाद औद्योगिक एवं लॉजिस्टिक क्षेत्र और जमीन एवं भूखंड को मिल सकता है। इनके अलावा डेटा केंद्रों को भी बड़ा निवेश मिलने की उम्मीद है।

इक्विटी निवेश के तहत निजी इक्विटी कोष, पेंशन कोष, सॉवरेन संपदा कोष, संस्थागत निवेशक, रियल एस्टेट डेवलपर, निवेश बैंक, कॉरपोरेट समूह और रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट्स) आते हैं।

सीबीआरई ने कहा है कि रियल एस्टेट क्षेत्र में इक्विटी प्रवाह का सिलसिला आगे भी जारी रहने की उम्मीद है और अगले दो साल में करीब 12-13 अरब डॉलर का निवेश आने की संभावना है। वर्ष 2024 तक रियल एस्टेट क्षेत्र में सालाना औसतन 6-7 अरब डॉलर का इक्विटी निवेश आने की उम्मीद है।

सीबीआरई के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत, पश्चिम एशिया एवं अफ्रीका) अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘‘कई वैश्विक कंपनियों के चीन से इतर भी उत्पादन आधार बनाने की रणनीति का फायदा भारत को मिलने की संभावना है। इससे रियल एस्टेट में निवेश बढ़ने की स्थिति बनती दिख रही है।’’

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में रियल एस्टेट क्षेत्र में इक्विटी निवेश 2018 में 5.9 अरब डॉलर रहा था जो 2019 में 6.4 अरब डॉलर हो गया था। वर्ष 2020 में यह छह अरब डॉलर, 2021 में 5.9 अरब डॉलर और 2022 में 7.8 अरब डॉलर रहा था।

First Published - March 27, 2023 | 5:12 PM IST

संबंधित पोस्ट