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रेलिगेयर के बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स ने किया चेयरपर्सन सलूजा का समर्थन, कहा- बर्मन फैमिली के आरोप सही नहीं

निदेशक मंडल बर्मन परिवार द्वारा 2,200 करोड़ रुपये की खुली पेशकश का विरोध कर रहा है।

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देव चटर्जी   
Last Updated- November 20, 2023 | 9:55 PM IST

रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल ने अपनी चेयरपर्सन र​श्मि सलूजा का समर्थन करते हुए कहा है कि उनकी परिवर्तन की रणनीति के कारण कंपनी का बाजार पूंजीकरण बढ़कर अब लगभग एक अरब डॉलर हो गया है, जो मार्च 2018 में 10 करोड़ डॉलर से कम था।

निदेशक मंडल बर्मन परिवार द्वारा 2,200 करोड़ रुपये की खुली पेशकश का विरोध कर रहा है। निदेशक मंडल ने कहा कि बर्मन परिवार द्वारा लगाए गए आरोप न केवल सलूजा के खिलाफ हैं, बल्कि पूरे प्रबंधन और निदेशक मंडल को लक्ष्य बनाने वाले हैं, जिसने पांच साल में रेलिगेयर को ऋण मुक्त बनाने के लिए समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ अथक परिश्रम किया है।

रेलिगेयर का निदेशक मंडल इनगवर्न की एक रिपोर्ट का जवाब दे रहा था, जिसमें कहा गया था कि सलूजा को नियमों का उल्लंघन करके अत्यधिक पारिश्रमिक का भुगतान किया गया था और आरईएल द्वारा इसका खुलासा नहीं किया गया था।

पिछले तीन से चार साल के दौरान डॉ. सलूजा को जारी किए गए आरईएल और आरईएल की सहायक कंपनी केयर हेल्थ इंश्योरेंस लिमिटेड (केयर) के विकल्पों का कुल मूल्यांकन 480 करोड़ रुपये से अधिक है। इनगवर्न ने कहा था कि यह रा​शि आरईएल में दिए गए मुआवजे के अतिरिक्त है।

बयान में कहा गया है ‘कार्यकारी चेयरमैन सलूजा के नेतृत्व वाले निदेशक मंडल के मार्गदर्शन में हमारी कहानी पुनरुत्थान की रही है। पिछले पांच साल के अथक प्रयासों के कारण रेलिगेयर अब एक मोड़ पर है।’

बयान में कहा गया है कि देश की बैंकिंग प्रणाली में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के आंतरिक संग्रह और भुगतान के जरिये बैंकों के साथ एकमुश्त समझौता और ऐतिहासिक पुनरुद्धार पूरा किया गया।

इसमें कहा गया है कि रेलिगेयर अब एक अग्रणी वित्तीय सेवा कंपनी बन चुकी है और इसने कॉर्पोरेट प्रशासन का शीर्ष स्तर कायम रखते हुए शेयरधारकों, कर्मचारियों और ग्राहकों सहित अपने सभी हितधारकों के लिए मूल्य वर्धन किया है।

सलूजा द्वारा शेयर की बिक्री किए जाने के संबंध में निदेशक मंडल ने उस बयान का स्पष्ट रूप से खंडन किया, जिसमें बर्मन परिवार के प्रतिनिधि द्वारा ने उन्हें प्रस्तावित ऑपन ऑफर के बारे में 20 सितंबर, 2023 को उक्त बैठक के दौरान सूचित किए जाने की बात कही गई ​थी। इसके कुछ दिन बाद ऑपन ऑफर का ऐलान किया गया था।

बयान में कहा गया है कि वित्तीय सहायता और बिक्री के जरिये ईसॉप्स के परिसमापन की यह प्रक्रिया 20 सितंबर को हुई उक्त बैठक से कई दिन पहले शुरू की गई थी। 21 और 22 सितंबर, 2023 को हुई शेयरों की वास्तविक बिक्री प्रचलित बाजार मूल्य पर की गई थी।

First Published : November 20, 2023 | 9:55 PM IST