मुल्क की दूसरी सबसे बड़ी दोपहिया वाहन निर्माता, बजाज ऑटो को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुध्द लाभ में 23.01 फीसदी की कमी आई है।
बिक्री कम रहने की वजह से कंपनी का शुध्द लाभ दिसंबर, 2008 में समाप्त तिमाही मे घटकर 164.27 करोड़ रुपये रह गया। दूसरी तरफ, दिसंबर, 2007 को खत्म हुई तिमाही के दौरान कंपनी को 213.39 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ था।
बजाज ऑटो ने बंबई स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया है कि इस तिमाही में कंपनी की कुल आय भी 15.91 फीसदी कम होकर 2103 करोड़ रुपये रह गई है। पिछले वित्त वर्ष की इस तिमाही में कंपनी को 2501. 25 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।
कंपनी ने तीसरी तिमाही में कुल 4,93,748 वाहन बेचे, जो पिछले साल की इसी तिमाही की बिक्री के मुकाबले 31 प्रतिशत की गिरावट को दिखाती है।
इस दौरान कंपनी ने कुल 4,17,111 दो पहिया वाहनों को बेचा, जबकि पिछले साल की तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने 6,38,716 इकाइयों को बेचा था।
हालांकि, कंपनी निर्यात से होने वाली अपनी कमाई में 56 फीसदी का इजाफा किया है। इस साल कंपनी को निर्यात के जरिये 795 करोड़ रुपये की कमाई हुई, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को निर्यात के जरिये 511 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।
बजाज ऑटो के बयान के मुताबिक इस तिमाही ने कंपनी ने 2,15, 233 इकाइयों को निर्यात किया है। कंपनी के मुताबिक मुनाफे में कमी की असल वजह दामों में इजाफे और दूसरे खर्चे रहे है। कंपनी के मुताबिक इस दौरान कंपनी के प्रति शेयर होने वाली कमाई भी 15.5 फीसदी से घटकर 11.4 फीसदी रह गई है।
कम हुआ एचसीसी का मुनाफा
हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी (एचसीसी) को 31 दिसंबर को खत्म हुई तिमाही में 23.2 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ है। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के शुध्द लाभ के मुकाबले 7.4 फीसदी कम है।
पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी को 25.05 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ था। कंपनी के मुनाफे में कमी की असल वजह रही विनिमय दर। इस वजह से उसे इस तिमाही में 6.8 करोड़ रुपये का घाटा झेलना पड़ा था।
साथ ही, ब्याज दरों में इजाफे ने भी इसमें अपना योगदान दिया। हालांकि, इस दौरान उसे 35 फीसदी ज्यादा यानी 12, 177 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले।
कंपनी ने कहा है कि 31 दिसंबर को नौ माह की समाप्ति पर उसकी शुध्द आय बढ़कर 875.9 करोड़ रुपये हो गई है जो पिछले साल की इसी अवधि में 6.3 फीसदी ज्यादा है। उसके ऑपरेटिंग प्रॉफिट में भी 9.5 फीसदी का इजाफा हुआ और वह 106 करोड़ रुपये के स्तर पर था।
मॉडर्न इंडिया का शुध्द लाभ बढ़ा
रियल एस्टेट डेवलपर मॉडर्न इंडिया ने कहा कि 31 दिसंबर, 2008 को समाप्त तीसरी तिमाही में उसका शुध्द मुनाफा 17 फीसदी बढ़कर 1.51 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने बताया कि इससे पूर्व वर्ष की समान अवधि में उसका शुध्द मुनाफा 1.29 करोड़ रुपए था।
मॉडर्न इंडिया द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस दौरान में परिचालन से उसकी आय 36.15 फीसदी बढ़कर 57.14 करोड़ रुपये हो गई जबकि पूर्व वर्ष की इसी अवधि में उसकी आय 41. 97 करोड़ रुपये थी।
एमएमटीसी का मुनाफा 36 फीसदी घटा
सार्वजनिक क्षेत्र की एमएमटीसी ने तीसरी तिमाही में अपने शुध्द लाभ में 36.41 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। इस दौरान कंपनी को 24.91 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ।
कंपनी ने बताया कि इससे पूर्व वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी ने 39.17 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। इस तिमाही में कंपनी की कुल आय बढ़कर लगभग दोगुनी यानी 9,763.57 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जबकि बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी ने 4,884.86 करोड़ रुपये की आय दर्ज की थी।
चालू वित्त वर्ष के प्रथम नौ महीनों में एमएमटीसी का शुध्द लाभ 8.59 फीसदी बढ़कर 125.45 करोड़ रुपये रही, जबकि बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसे 115.53 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।
बोंगाईगांव को नुकसान
सरकारी कंपनी बोंगाईगांव रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स ने कहा है कि 31 दिसंबर को समाप्त तिमाही में उसे 244 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पिछले साल की इसी तिमाही में उसे 84.99 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ था।
बंबई स्टाक एक्सचेंज को दी जानकारी में कंपनी ने कहा है कि इस तिमाही में कंपनी का परिचालन आय घटकर 1,112.07 करोड़ रुपए रही, जबकि इससे पिछले वर्ष इसी तिमाही में परिचालन आय 1,462.22 करोड़ रुपये थी।
जेन्सार का मुनाफा चढ़ा
सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन और बीपीओ सेवा प्रदाता कंपनी जेन्सार टेक्नोलॉजिज लिमिटेड का मुनाफा वित्त वर्ष 2008-09 की तीसरी तिमाही में 34.6 फीसदी बढ़ गया।
पिछले साल तीसरी तिमाही में कंपनी ने जहां 15.02 करोड़ रुपये कमाए थे, वहीं इस बार यह 20.22 करोड़ रुपये तक चला गया है।