रैनबेक्सी लेबोरेटरीज अपने जापानी साथी निहोन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री (एनपीआई) से हाथ खींचने की योजना बना रही है।
दाइची सांक्यो द्वारा अधिग्रहण के बाद रैनबेक्सी अपनी 50 फीसदी हिस्सेदारी अपने जापानी सहयोगी निप्पन केमिफार को बेचेगी।
छह साल तक संयुक्त उपक्रम स्थापित रखने के बाद रैनबेक्सी के इस 50 फीसदी के शेयर की अनुमानित कीमत 30.5 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
सूत्रों का मानना है कि 2007 में एनपीआई मात्र 2 करोड़ 50 लाख की कंपनी थी और चार जेनेरिक दवाओं का उत्पादन करती थी।
उद्योग सूत्रों का मानना है कि रैनबेक्सी की नई डील से उसके सेहत पर कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि संयुक्त उपक्रम में उसने कोई बड़ा निवेश नहीं किया था।
टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध मझोले आकार की कंपनी निप्पन केमिफायर और रैनबेक्सी खरीदने वाली कंपनी दाइची सांक्यो जापानी बाजार की दो प्रमुख प्रतिस्पर्द्धी कंपनी है।
एक सूत्र ने कहा, ‘यह डील बहुत जल्द होगी, क्योंकि इस बाबत बातचीत अंतिम दौर में है।’ हालांकि रैनबेक्सी ने इस पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है।
