विमानन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इंडिगो का वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 61.9 फीसदी बढ़कर 3,068 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के मुनाफे को जनवरी में प्रयागराज में आयोजित किए गए महाकुंभ मेला, शादी-विवाह के मौसम, पिछली कुछ तिमाहियों से जमीन पर खड़ी विमानों की संख्या में आई कमी और लागत अनुकूल प्रभावी रहने से बल मिला है।
देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी का पूरे वित्त वर्ष 2025 में शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 11.2 फीसदी कम होकर 7,258 करोड़ रुपये रहा। नतीजे जारी करने के दौरान विश्लेषकों के साथ बातचीत में इंडिगो के मुख्य कार्य अधिकारी पीटर एल्बर्स ने कहा, ‘साल की पहली छमाही में देश में हुए आम चुनावों और भीषण गर्मी के कारण मांग में अस्थायी कमी देखी गई।’ उन्होंने कहा, ‘दूसरी छमाही में त्योहारों, शादी-विवाह का मौसम और महाकुंभ के कारण हमने मांग में जबरदस्त उछाल दर्ज किया। चौथी तिमाही में हमने किसी भी तिमाही के मुकाबले सबसे ज्यादा यात्रियों को सेवा दी। हमने अपनी स्थापना के बाद से किसी भी साल की चौथी तिमाही में सबसे अधिक लाभ भी दर्ज किया है।’
एल्बर्स ने कहा कि इसके अलावा, मुनाफा वृद्धि में परिचालन दक्षता ने भी भूमिका निभाई, जिसमें जमीन पर खड़े विमानों की संख्या में कमी आई, जो दूसरी तिमाही में 70 के आसपास सबसे अधिक थी, लेकिन चौथी तिमाही तक 50 तक गिर गई। फिलहाल जमीन पर खड़े विमानों की संख्या 40 के करीब है। इससे विदेशी मुद्रा में उतार-चढ़ाव, विमान पुनर्वितरण और रखरखाव से लागत दबाव को कम करने में मदद मिली। इंडिगो ने वित्त वर्ष 2025 में 67 विमान जोड़े।
सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनैंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का एकीकृत शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 10.61 प्रतिशत बढ़कर 8,358 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 7,556.43 करोड़ रुपये रहा था। पीएफसी की चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) परमिंदर चोपड़ा ने कहा कि कंपनी को संकटग्रस्त जेनसोल इंजीनियरिंग से बकाया 263 करोड़ रुपये के लिए पूरा प्रावधान करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि वसूली के हर रास्ते पर विचार किया जा रहा है। चोपड़ा ने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की शुद्ध ब्याज आय 12.8 प्रतिशत ऋण वृद्धि के कारण 38 प्रतिशत बढ़कर 12,092 करोड़ रुपये हो गई और केएसके महानदी खाते के समाधान के बाद 1,200 करोड़ रुपये का लाभ हुआ। कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 10 रुपये के अंकित मूल्य के चुकता इक्विटी शेयर पर 2.05 रुपये प्रति शेयर (टीडीएस की कटौती के अधीन) के अंतिम लाभांश की सिफारिश की, जो आगामी वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन है।
एनटीपीसी की नवीकरणीय ऊर्जा इकाई एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनजीईएल) का जनवरी-मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ लगभग तीन गुना होकर 233.21 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी का जनवरी-मार्च, 2024 में मुनाफा 80.95 करोड़ रुपये रहा था। शेयर बाजार को दी गई सूचना के अनुसार, समीक्षाधीन तिमाही में एनजीईएल की आय सालाना आधार पर 553.06 करोड़ रुपये से बढ़कर 751.50 करोड़ रुपये हो गई। व्यय 444.63 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 425.84 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी ने आंध्र प्रदेश में ‘ग्रीन हाइड्रोजन हब’ के विकास के लिए 33 वर्ष के लिए पट्टे पर जमीन भी ली है। एनजीईएल, एनटीपीसी की हरित कारोबार पहल के लिए प्रमुख कंपनी है।
सार्वजनिक क्षेत्र की नालको का एकीकृत शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में दोगुना होकर 2,067.23 करोड़ रुपये रहा है। मुख्य रूप से परिचालन आय बढ़ने के कारण कंपनी का लाभ बढ़ा है। नैशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) ने कहा कि एक साल पहले इसी तिमाही में उसे 996.74 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी की परिचालन आय मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 5,267.83 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 3,579.05 करोड़ रुपये थी। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का लाभ बढ़कर 5,267.94 करोड़ रुपये हो गया जो 2023-24 में 1,988.46 करोड़ रुपये था। परिचालन आय बढ़कर 16,787.63 करोड़ रुपये रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 13,149 करोड़ रुपये थी।
ओबेरॉय और ट्राइडेंट ब्रांड के होटलों की मालिक एवं संचालक ईआईएच लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में छह प्रतिशत बढ़कर 261.62 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने मुनाफे में यह वृद्धि व्यवसाय और अवकाश दोनों क्षेत्रों में मांग में सुधार के दम पर दर्ज की है। वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 247.59 करोड़ रुपये रहा था। ईआईएच ने बयान में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी आमदनी 11 प्रतिशत बढ़कर 866 करोड़ रुपये हो गई, जबकि कर पूर्व आय 13 प्रतिशत बढ़कर 389 करोड़ रुपये रही। निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 1.5 रुपये प्रति शेयर (दो रुपये के अंकित मूल्य पर 75 प्रतिशत) के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है।
कोलगेट-पामोलिव (इंडिया) लिमिटेड का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में छह प्रतिशत घटकर 355 करोड़ रुपये रह गया। बिक्री में गिरावट की वजह से कंपनी का मुनाफा नीचे आया है। वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 379.82 करोड़ रुपये रहा था। कोलगेट-पामोलिव (इंडिया) लिमिटेड ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी कुल आमदनी चौथी तिमाही में 1,481.57 करोड़ रुपये रही, जो 2023-24 की समान तिमाही में 1,512.66 करोड़ रुपये थी। मार्च तिमाही में कंपनी की शुद्ध बिक्री 1,452 करोड़ रुपये की हुई, जो 2023-24 की समान तिमाही में 1,481 करोड़ रुपये रही थी।