वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में गोदरेज प्रॉपर्टीज का मुनाफा सालाना आधार पर 19 फीसदी तक घट गया, जबकि खर्चों में 54 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इस तिमाही में कंपनी का मुनाफा 381.99 करोड़ रुपये रहा, जबकि कुल खर्च 2,078.82 करोड़ रुपये रहा। इसकी वजह सामग्री की लागत रही। इसके अलावा वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में कंपनी का परिचालनगत राजस्व 2,121.73 करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल की तुलना में करीब 49 फीसदी अधिक है। कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के दौरान 10,163 करोड़ रुपये की अपनी अब तक की सर्वाधिक तिमाही बुकिंग दर्ज की। यह पिछले साल की तुलना में 7 फीसदी अधिक है। कंपनी की तिमाही बुकिंग पहली बार 10,000 करोड़ रुपये के पार चली गई।
तिमाही के दौरान कंपनी का एबिटा 2 प्रतिशत तक घटकर 634 करोड़ रुपये रह गया। कुल मिलाकर वित्त वर्ष 25 के दौरान कंपनी का लाभ सालाना आधार पर 93.01 प्रतिशत बढ़कर 1,399.9 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इसका राजस्व 62.2 प्रतिशत बढ़कर 4,922.84 करोड़ रुपये हो गया। यह वृद्धि पूरे वित्त वर्ष में कंपनी के बुकिंग मूल्य से आई जो 29,444 करोड़ रुपये थी। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इसमें 31 फीसदी का इजाफा हुआ और 27,000 करोड़ रुपये के अपने अनुमान से ज्यादा रही।
गोदरेज प्रॉपर्टीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी गौरव पांडे ने कहा कि सेक्टर की बाधाओं के बावजूद कंपनी का दमदार बिक्री प्रदर्शन इसके विविध पोर्टफोलियो के कारण रहा जिसे इस क्षेत्र में एकीकरण से लाभ मिला। वित्त वर्ष 25 में कंपनी ने 20,000 करोड़ रुपये के अनुमान के मुकाबले अपने पोर्टफोलियो में 26,450 करोड़ रुपये की भावी बुकिंग क्षमता वाली कारोबारी वृद्धि को जोड़ा।
मुंबई की सनटेक रियल्टी का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 50.3 फीसदी तक घटकर 50.4 करोड़ रुपये रह गया। तिमाही के दौरान परिचालन से कंपनी का राजस्व 206 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 51.8 फीसदी कम है। कंपनी का कुल खर्च मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 48.41 फीसदी तक घटकर 152.1 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी का शुद्ध लाभ पूरे वित्त वर्ष 2025 के लिए 111.72 फीसदी बढ़कर 150.32 करोड़ रुपये रहा। इस बीच, समान अवधि के दौरान कंपनी का राजस्व सालाना आधारपर 51.03 फीसदी तक बढ़कर 853.13 करोड़ रुपये रहा। सनटेक रियल्टी के निदेशक मंडल ने 1.5 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से लाभांश की घोषणा की है।
सरकार द्वारा संचालित इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने वित्त वर्ष 24-25 की चौथी तिमाही के दौरान 1,091.94 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में दर्ज 810.42 करोड़ रुपये की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक रहा। उसके इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब बैंक का शुद्ध लाभ 1,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है।
मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में कुल परिचालन आय भी 15 प्रतिशत बढ़कर 7,634.81 करोड़ रुपये हो गई, जबकि मार्च 2024 को समाप्त तिमाही के दौरान यह 6,633.50 करोड़ रुपये थी। बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि बैंक को चालू वित्त वर्ष के दौरान सभी क्षेत्रों में 13 से 14 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि बैंक चालू वित्त वर्ष के दौरान 4,000 करोड़ रुपये जुटाएगा, जिससे सरकार की हिस्सेदारी मौजूदा 94.61 प्रतिशत से घटकर 90 प्रतिशत रह जाएगी। समूचे वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें, तो मार्च 2025 को समाप्त वर्ष में शुद्ध लाभ 27 प्रतिशत बढ़कर 3,395.51 करोड़ रुपये हो गया, जबकि मार्च 2024 को समाप्त पिछले वर्ष के दौरान यह 2,665.66 करोड़ रुपये था।
मार्च 2025 को समाप्त वर्ष में कुल परिचालन आय 17 प्रतिशत बढ़कर 28,143.64 करोड़ रुपये हो गई, जबकि मार्च 2024 को समाप्त पिछले वर्ष के दौरान यह 24,065.67 करोड़ रुपये थी। संपत्ति की गुणवत्ता के मोर्चे पर बैंक की सकल गैर निष्पादित संपत्ति (एनपीए) मार्च 2025 तक घटकर 2.14 प्रतिशत रह गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान 3.10 प्रतिशत थी। इसमें 96 आधार अंकों की गिरावट आई है।
दैनिक उपभोग के सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली घरेलू कंपनी मैरिको लिमिटेड का मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 7.81 प्रतिशत बढ़कर 345 करोड़ रुपये हो गया। भारतीय व्यवसाय का आकार एवं राजस्व बढ़ने के साथ मजबूत अंतरराष्ट्रीय कारोबार के दम पर लाभ बढ़ा है।
मैरिको लिमिटेड ने शुक्रवार को शेयर बाजार को जनवरी-मार्च, 2025 की तिमाही के नतीजे की सूचना दी। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 320 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का परिचालन से एकीकृत राजस्व 2,730 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 2,278 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में कुल खर्च पिछले वर्ष की इसी अवधि के 1,894 करोड़ रुपये की तुलना में 2,336 करोड़ रुपये अधिक रहा। कंपनी ने कहा कि चौथी तिमाही में भारतीय व्यवसाय का आकार सात प्रतिशत बढ़ा, जबकि राजस्व में 23 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई।
वहीं अंतरराष्ट्रीय कारोबार में स्थिर मुद्रा पर वृद्धि 16 प्रतिशत रही। समूचे वित्त वर्ष (2024-25) में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 1,658 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 1,502 करोड़ रुपये था। कंपनी के निदेशक मंडल ने एक रुपये के इक्विटी शेयर पर सात रुपये का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है।