चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में इंडिगो का संचयी शुद्ध मुनाफा 188.9 करोड़ रुपये रहा। उड़ानों का नेटवर्क बढ़ाने और हवाई यातायात की मांग ज्यादा रहने से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है।
पांच साल में यह पहला मौका है जब विमानन कंपनी को किसी भी वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में मुनाफा हुआ है। आम तौर पर इस तिमाही को विमानन उद्योग के लिए कमजोर मांग वाला सीजन माना जाता है।
जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान इंडिगो से 2.63 करोड़ यात्रियों ने उड़ान भरी, जो पिछले साल की समान तिमाही से 33.4 फीसदी अधिक है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का लोड फैक्टर (उड़ान के दौरान विमान की भरी हुई सीटें) पिछले साल की समान तिमाही के 79.2 फीसदी से बढ़कर 83.3 फीसदी हो गया। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में इंडिगो की कुल आय 19.57 फीसदी बढ़कर 14,944 करोड़ रुपये रही।
निवेशकों के साथ बातचीत में कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी गौरव नेगी ने कहा कि जनवरी 2024 से प्रैट ऐंड व्हिटनी इंजन वाले कुछ और विमानों को उड़ान से बाहर करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि आज की तारीख में इंजन की समस्या के कारण करीब 40 विमान खड़े हैं। लेकिन अब पाउडर मेटल की नई समस्या के कारण भी विमान खड़े करने पड़ सकते हैं।
इंडिगो के मुख्य कार्याधिकारी (CEO) पीटर अल्बर्स ने कहा कि कंपनी साल की शुरुआत में क्षमता वृद्धि के अपने अनुमान पर खरी उतरेगी।