दोपहिया वाहन कंपनी हीरो मोटोकॉर्प का समेकित शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 65.2 प्रतिशत बढ़कर 1,705.6 करोड़ रुपये हो गया। इस इजाफे की मुख्य वजह इसकी सहयोगी कंपनी एथर एनर्जी की सूचीबद्धता है, जिससे हीरो को 722.18 करोड़ रुपये का एकमुश्त लाभ हुआ। एकल आधार पर देश की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन विनिर्माता कंपनी का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 1,125.7 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ 1,122.6 करोड़ रुपये था।
हीरो ने कहा, ‘तिमाही के दौरान सहयोगी कंपनी एथर एनर्जी लिमिटेड (जिसे पहले एथर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) ने इक्विटी शेयरों का अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) सफलतापूर्वक पूरा किया।’ कंपनी ने कहा कि आईपीओ के बाद इक्विटी शेयर एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध किए गए। कंपनी ने कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में एकीकृत परिचालन राजस्व घटकर 9,727.75 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 10,210.79 करोड़ रुपये था। कंपनी ने कहा कि पहली तिमाही में कुल खर्च घटकर 8,541.12 करोड़ रुपये रह गया जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 8,973.8 करोड़ रुपये था। हीरो मोटोकॉर्प ने कहा कि तिमाही में उसकी कुल बिक्री 11 प्रतिशत घटकर 13.67 लाख रही, जबकि पिछले साल यह संख्या 15.35 लाख थी।
जिंदल स्टेनलेस ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के दौरान समेकित शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 10.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 714.16 करोड़ रुपये हो गया है। बिक्री की मात्रा में इजाफे और मूल्य संवर्धित उत्पादों के बढ़ने से यह वृद्धि हुई। एक साल पहले की इस अवधि में शुद्ध लाभ 648.06 करोड़ रुपये था। समेकित आधार पर परिचालनगत राजस्व पिछले साल की तुलना में 8.2 प्रतिशत बढ़कर 10,207.14 करोड़ रुपये हो गया जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 9,429.76 करोड़ रुपये था। तिमाही आधार पर राजस्व लगभग स्थिर रहा जबकि शुद्ध लाभ 20.8 प्रतिशत बढ़ा। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में बिक्री की मात्रा सालाना आधार पर 8.3 प्रतिशत बढ़ी। पिछली तिमाही में कंपनी ने अमेरिकी बाजार को लेकर आशावादी रुख जताया था। अलबत्ता जिंदल स्टेनलेस के प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने आय परिणामों के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि जब तक अमेरिका-भारत सौदे के संबंध में स्पष्टता सामने नहीं आती, तब तक अमेरिकी बाजार को लेकर कुछ अनिश्चितता बनी रहेगी, लेकिन हम घरेलू बाजार को लेकर बेहद आशावादी हैं और हमारा ध्यान इसी पर है।
पावर फाइनैंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 25 प्रतिशत बढ़कर 8,981 करोड़ रुपये रहा है। पीएफसी के एकीकृत शुद्ध लाभ में यह वृद्धि मुख्य रूप से उच्च शुद्ध ब्याज आय के कारण हुई है। सरकारी स्वामित्व वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) पीएफसी ने पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में 7,182 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का एकीकृत ऋण 13 प्रतिशत बढ़कर 11,34,347 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 10,04,735 करोड़ रुपये था। पीएफसी की कुल आय चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बढ़कर 28,628.92 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 24,736.68 करोड़ रुपये थी। वहीं कंपनी का व्यय 15,843.01 करोड़ रुपये से बढ़कर 17,429.93 करोड़ रुपये हो गया।
चीनी निर्माता – ईआईडी पैरी (इंडिया) लिमिटेड का अप्रैल-जून, 2025 तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 464.46 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी। विविधीकृत समूह मुरुगप्पा समूह का हिस्सा, इस कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 225.87 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। ईआईडी पैरी (इंडिया) लिमिटेड ने यहां बयान में कहा कि 31 मार्च, 2025 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में उसकी एकीकृत शुद्ध मुनाफा 1,772.54 करोड़ रुपये रहा है। जून तिमाही के लिए कंपनी की एकीकृत कुल आय पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के 6,806.98 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,813.39 करोड़ रुपये हो गई।
फेविकॉल बनाने वाली कंपनी पिडिलाइट इंडस्ट्रीज का वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 18.7 प्रतिशत बढ़कर 678.13 करोड़ रुपये रहा है। पिडिलाइट इंडस्ट्रीज ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 571.27 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की परिचालन आय 10.53 प्रतिशत बढ़कर 3,753.1 करोड़ रुपये हो गई। पिडिलाइट इंडस्ट्रीज ने कहा कि उसके ‘उपभोक्ता एवं बाजार’ खंड से राजस्व 9.7 प्रतिशत बढ़कर 3,006.7 करोड़ रुपये हो गया। ‘बी2बी’ (कंपनियों के बीच) खंड से राजस्व 11.17 प्रतिशत बढ़कर 806.63 करोड़ रुपये हो गया। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का कुल व्यय बढ़कर 2,922.57 करोड़ हो गया।