नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) भारतीय विमानन क्षेत्र में महिला कर्मचारियों की मौजूदगी बढ़ाने के लिए रूपरेखा तैयार कर रहा है। इसके जरिये विमानन क्षेत्र की कंपनियों को अपने कार्यबल में महिलाओं की संख्या बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। रूपरेखा 2024 के आरंभ में जारी करने की योजना है।
डीजीसीए के प्रमुख विक्रम देव दत्त ने शनिवार को ‘वीमन इन एविएशन इंडिया’ पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘तमाम विचारों पर मंथन चल रहा है। इनमें से तमाम बातें अगले साल की शुरुआत में सामने आएंगी जब हम डीजीसीए के लिए एक रूपरेखा लेकर आएंगे कि हम हम महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए क्या कर सकते हैं। ये बातें कागजी अथवा आधिकारिक परिपत्रों से इतर होंगी।’
उन्होंने कहा, ‘नियामक के तौर पर हमें लगता है कि निजी परिवेश को प्रोत्साहित करने के मोर्चे पर हमारी एक बड़ी जिम्मेदारी है। हम उन्हें कैसे प्रोत्साहित करेंगे और रूपरेखा कैसी होगी? इस पर हम आप सभी के सुझावों का स्वागत करेंगे क्योंकि ऐसा नहीं है कि केवल हमारे पास ही सभी ज्ञान का भंडार है। जब आप नई जमीन तैयार करते हुए एक अज्ञात क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, तो मुझे लगता है कि हमें बिल्कुल सही कदम उठाना चाहिए।’
लगभग 15 फीसदी भारतीय पायलट महिलाएं हैं, जो वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है। दत्त ने कहा कि डीजीसीए में 11 फीसदी कर्मचारी महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े कहानी का केवल एक पक्ष बताते हैं। मगर महिलाओं की भागीदारी संबंधी मुद्दों को बेहतर ढंग से समझने के लिए वह महिला कर्मचारियों के साथ अनौपचारिक तौर पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।
दत्त ने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि कोविड-19 का दौर दुनिया भर में विमानन क्षेत्र के लिए सबसे कठिन रहा था। मुझे लगता है कि सार्थक निर्णय लेने वाले पदों पर महिलाओं की भागीदारी के लिहाज से हमें अभी एक लंबा सफर तय करना बाकी है।’
उन्होंने कहा कि कुछ हद तक समस्या पुरुष मानसिकता में निहित हो सकती है जिससे बड़े स्तर पर निपटने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘जब हम नियामक के तौर पर व्यवस्था में अंदर देखा तो मैंने सोचा कि हमें अपने संगठन के भीतर खुद को आईना दिखाना चाहिए।’
डीजीसीए ने देश के विमानन क्षेत्र में स्त्री-पुरुष समानता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सुझाव देने के लिए इस साल अगस्त में चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति के सदस्य के तौर पर नियुक्त चार वरिष्ठ अधिकारियों में संचालन निदेशक सुरविता सक्सेना, प्रशिक्षण निदेशक आरपी कश्यप, उप निदेशक (प्रशासन) पवन मालवीय और उप निदेशक (विमान इंजीनियरिंग निदेशालय) कविता सिंह शामिल हैं।
आदेश के मुताबिक, समिति अगले साल फरवरी तक अपनी सिफारिश जारी कर देगी। इस समिति का गठन महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने और 2030 तक कार्यबल में महिलाओं और पुरुषों की बराबर भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।