facebookmetapixel
सीतारमण बोलीं- GST दर कटौती से खपत बढ़ेगी, निवेश आएगा और नई नौकरियां आएंगीबालाजी वेफर्स में 10% हिस्सा बेचेंगे प्रवर्तक, डील की वैल्यूएशन 40,000 करोड़ रुपये तकसेमीकंडक्टर में छलांग: भारत ने 7 नैनोमीटर चिप निर्माण का खाका किया तैयार, टाटा फैब बनेगा बड़ा आधारअमेरिकी टैरिफ से झटका खाने के बाद ब्रिटेन, यूरोपीय संघ पर नजर टिकाए कोलकाता का चमड़ा उद्योगबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोलीं सीतारमण: GST सुधार से हर उपभोक्ता को लाभ, मांग में आएगा बड़ा उछालGST कटौती से व्यापारिक चुनौतियों से आंशिक राहत: महेश नंदूरकरभारतीय IT कंपनियों पर संकट: अमेरिकी दक्षिणपंथियों ने उठाई आउटसोर्सिंग रोकने की मांग, ट्रंप से कार्रवाई की अपीलBRICS Summit 2025: मोदी की जगह जयशंकर लेंगे भाग, अमेरिका-रूस के बीच संतुलन साधने की कोशिश में भारतTobacco Stocks: 40% GST से ज्यादा टैक्स की संभावना से उम्मीदें धुआं, निवेशक सतर्क रहेंसाल 2025 में सुस्त रही QIPs की रफ्तार, कंपनियों ने जुटाए आधे से भी कम फंड

बीसीसीआई को किया पेमेंट वैध धन से हुआ

बैजूस के संस्थापक के भाई ऋजु रवींद्रन ने एनसीएलएटी में कहा, बीसीसीआई को किया भुगतान वैध धन से हुआ

Last Updated- August 01, 2024 | 10:53 PM IST
Court rejects NCLAT order stopping bankruptcy proceedings against Byju's न्यायालय ने Byju's के खिलाफ दिवाला कार्यवाही रोकने वाले NCLAT के आदेश को किया खारिज

एडटेक फर्म बैजूस के संस्थापक बैजू रवींद्रन के भाई ऋजु रवींद्रन ने राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील अधिकरण (एनसीएलएटी) को कहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को भुगतान की गई रकम ‘साफ-सुथरा धन’ थी और वह हेराफेरी से अर्जित धनराशि नहीं है।

कंपनी के अमेरिकी ऋणदाताओं ने आरोप लगाया था कि बैजूस ने 53.3 करोड़ डॉलर की हेरफेर कर बीसीसीआई को भुगतान किया है। साथ ही अदालत ने सभी पक्षों के हितों की सुरक्षा के लिए ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) का गठन भी 2 अगस्त तक टाल दिया है।

ऋजु रवींद्रन की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता पुनीत बाली ने कहा कि चुकाई गई रकम साल 2015 से 2022 के बीच थिंक ऐंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (टीएल पीएल) के शेयरों को बेचकर जुटाई गई थी। टीएलपीएल बैजूस की मूल कंपनी है।

हलफनामा पढ़ते हुए बाली ने कहा कि ऋजु ने मई 2015 से जनवरी 2022 के बीच अपने शेयरों की बिक्री और लाभांश से करीब 3,600 करोड़ रुपये कमाए थे। उन्होंने कहा, ‘उनमें से करीब 1,040 करोड़ रुपये आय कर के तौर पर चुकाए गए।’

‘शेष 2,600 करोड़ रुपये फिर से टीएलपीएल में लगाए गए ताकि कंपनी का परिचालन बरकरार रहे। साथ ही दुनिया भर में 15 करोड़ छात्रों वाली कंपनी के 700 कर्मचारियों का वेतन दिया गया। ऋजु ने बीसीसीआई को 30 जून को 50 करोड़ रुपये की पहली किस्त दी।’

First Published - August 1, 2024 | 10:53 PM IST

संबंधित पोस्ट