भारती द्वारा समर्थित वनवेब (OneWeb) ने फ्लोरिडा के प्रक्षेपण स्थल से प्रक्षेपित स्पेसएक्स (SpaceX) रॉकेट द्वारा स्थापित किए गए 40 उपग्रहों को सफलतापूर्वक तैनात करने की आज पुष्टि की।
यह प्रक्षेपण वनवेब का अब तक का 17वां मिशन है और इसके बाद अंतिम मिशन होना है। इसने कंपनी को अपनी पहली पीढ़ी (जेन 1) के पृथ्वी की निचली कक्षा (एलईओ) वाले उपग्रह समूह को पूरा करने और वर्ष 2023 में वैश्विक कवरेज सक्षम करने के लिए तैयार किया है।
अब कक्षा में 582 उपग्रहों वाली वनवेब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ इस महीने के अंत में होने वाले उपग्रह प्रक्षेपण के जरिये अपने जेन 1 की वैश्विक मौजूदगी पूरा कर लेगी।
नवीनतम उपग्रह प्रक्षेपण गुरुवार को दोपहर 2:13 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन में हुआ और वनवेब के उपग्रह रॉकेट से सफलतापूर्वक अलग हो गए और 40 मिनट की अवधि में तीन अलग-अलग समूहों में स्थापित किए गए। सभी 40 उपग्रहों पर सिग्नल प्राप्ति की पुष्टि हो गई है।
इस प्रक्षेपण से वनवेब अपनी कनेक्टिविटी का विस्तार जारी रखने में सक्षम होगी क्योंकि यह अपने उपग्रहों के बेड़े में विस्तार कर रही है तथा दुनिया भर में और अधिक भागीदारों के लिए सेवाएं शुरू करना चाहती है।
वनवेब के पास पहले से ही दुनिया भर के प्रमुख भौगोलिक क्षेत्रों में कनेक्टिविटी समाधान हैं तथा वेऑन, ऑरेंज, गैलेक्सी ब्रॉडबैंड, पैराटस, टेलीस्पेजियो आदि सहित प्रमुख सेवा प्रदाताओं के साथ साझेदारी करके नए क्षेत्रों को ऑनलाइन ला रही है।
वनवेब और उसके सहयोगी डिजिटल विभाजन को दूर करने और बड़ी संख्या में असंबद्ध तथा कम सेवा वाले ग्रामीण और दूरस्थ समुदायों और व्यवसायों को इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने के कार्यक्रम पर केंद्रित हैं।