facebookmetapixel
BSE 500 IT कंपनी दे रही है अब तक का सबसे बड़ा डिविडेंड- जान लें रिकॉर्ड डेटVice President Election Result: 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए सीपी राधाकृष्णन, बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिलेनेपाल में सोशल मीडिया बैन से भड़का युवा आंदोलन, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफापंजाब-हिमाचल बाढ़ त्रासदी: पीएम मोदी ने किया 3,100 करोड़ रुपये की मदद का ऐलाननेपाल में हिंसक प्रदर्शनों के बीच भारत ने नागरिकों को यात्रा से रोका, काठमांडू की दर्जनों उड़ानें रद्दUjjivan SFB का शेयर 7.4% बढ़ा, वित्त वर्ष 2030 के लिए मजबूत रणनीतिStock Market Update: सेंसेक्स 400 अंक ऊपर, निफ्टी 25,000 के पास; IT इंडेक्स चमका, ऑटो सेक्टर कमजोरGST कटौती से ऑटो सेक्टर को बड़ा फायदा, बाजार पूंजीकरण 3 लाख करोड़ बढ़ाInfosys बायबैक के असर से IT शेयरों में बड़ी तेजी, निफ्टी IT 2.8% उछलाBreakout Stocks: ब्रेकआउट के बाद रॉकेट बनने को तैयार ये 3 स्टॉक्स, ₹2,500 तक पहुंचने के संकेत

ऑयल इंडिया का 38 लाख टन तेल उत्पादन का लक्ष्य

रथ ने कहा कि कंपनी अपने गैस पोर्टफोलियो में आक्रामक वृद्धि पर भी नजर रख रही है।

Last Updated- September 14, 2023 | 10:51 PM IST
Oil India limited

सार्वजनिक क्षेत्र की ऊर्जा उत्पादक कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड असम व राजस्थान में कई नए कुएं व गैस क्षेत्र से उत्पादन की उम्मीद कर रही है, जिससे कंपनी मौजूदा वित्त वर्ष में 38 लाख टन कच्चे तेल के उत्पादन में सक्षम हो जाएगी।

कंपनी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक रंजीत रथ ने ये बातें कही है। नया लक्ष्य 2022-23 के उत्पादन के मुकाबले 20 फीसदी ज्यादा है।

रथ ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि असम की तेल कंपनी को उम्मीद है कि उत्पादन वृद्धि अनुबंध के तहत तीन गैस क्षेत्र चालू हो जाएंगे। उन्होंने लकवागांव-1 का नाम लिया और कहा कि सेसबिल क्षेत्र से अधिक उत्पादन होने की उम्मीद है।

इसे जनवरी में खोजा गया था और यहां पहले ही उत्पादन शुरू हो चुका है। बागजान गैस क्षेत्र का भी अधिक गहनता से अन्वेषण किया जाना है।

रथ ने कहा कि कंपनी अपने गैस पोर्टफोलियो में आक्रामक वृद्धि पर भी नजर रख रही है। ऑयल इंडिया साल 2040 तक शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने के लिए करीब 25,000 करोड़ रुपये (3.38 अरब डॉलर) का निवेश करने की योजना बना रही है।

रथ ने कहा कि 2जी एथनॉल खंड में कंपनी 8 हजार करोड़ रुपये के निवेश पर नजर रखी है। कंपनी ने कुल अनुमानित वित्तीय परिव्यय के साथ 20 किलो टन प्रति वर्ष (केटीपीए) हरित हाइड्रोजन उत्पादन स्थापित करने की भी योजना बनाई है।

 

First Published - September 14, 2023 | 10:51 PM IST

संबंधित पोस्ट