अमेरिका की कंप्यूटर-चिप कंपनी एनवीडिया कॉर्प (Nvidia Corp) दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है। कंपनी का मार्केट कैप बुधवार को 3.01 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। मार्केट कैप के मामले में एनवीडिया कॉर्प ने आईफोन मेकर Apple को भी पीछे छोड़ दिया है। बता दें कि एप्पल के शेयरों में 0.8% की बढ़ोतरी हुई और इसका मार्केट कैप 3.003 ट्रिलियन डॉलर हो गया।
सांता क्लारा, कैलिफ़ोर्निया स्थित कंपनी के शेयरों में इस साल लगभग 147 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसमें लगभग 1.8 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है। इस वजह है कि आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस टास्क्स को शक्ति देने के लिए उपयोग किए जाने वाले चिप्स की मांग आसमान छू रही है। बुधवार को, शेयर 5.2 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 1,224.40 डॉलर पर बंद हुए, जिससे बाजार मूल्य 3 ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो गया। इस वजह से ऐप्पल इंक से एनवीडिया आगे निकल गया।
पहले भी Nvidia ने Apple को पछाड़ा था
पिछली बार Nvidia की वैल्यूएशन Apple से अधिक, साल 2002 में थी। उस समय, दोनों कंपनियों की कीमत 10 अरब डॉलर से कम थी।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, Nvidia के सीईओ जेन्सेन हुआंग ने कहा कि कंपनी हर साल अपने तथाकथित एआई एक्सेलेरेटर को अपग्रेड करने की योजना बना रही है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, बुधवार को स्टॉक में बढ़त से उनकी संपत्ति 5 अरब डॉलर से अधिक बढ़कर 107.4 अरब डॉलर हो गई।
हुआंग ने नेशनल ताइवान यूनिवर्सिटी में एक मुख्य भाषण में उपस्थित लोगों से कहा, जेनेरिक AI का उदय एक नया इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन है और एनवीडिया को उम्मीद है कि टेक्नोलॉजी पर्सनल कंप्यूटरों में ट्रांसफर होने के साथ इसमें एक प्रमुख भूमिका निभाएगी।
कंपनी यकीनन एआई खर्च में भारी बढ़ोतरी की सबसे बड़ी लाभार्थी रही है, जिससे कंपनी को दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी के खिताब हासिल करने में मदद मिली।
Microsoft से अब भी पीछे
भले ही चिप निर्माता ने ऐप्पल इंक को पीछे छोड़ दिया है लेकिन यह अभी भी बाजार मूल्य के आधार पर माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प से पीछे है। लेकिन शेयरों में उछाल से वॉल स्ट्रीट को लगता है कि Nvidia जल्द ही इसे भी पीछे छोड़ देगी।
Apple को इस साल चीन में iPhone की घटती मांग और यूरोपीय संघ के जुर्माने की चिंताओं के दबाव में प्रौद्योगिकी दिग्गज के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिली। हालांकि, कंपनी के शेयर हाल ही में 2024 के लिए सकारात्मक हो गए हैं क्योंकि iPhone निर्माता के प्रति निवेशकों की धारणा धीरे-धीरे सुधर रही है।